यूपी, राजस्थान के बाद 2019 में यहां से चुनाव लड़ सकते हैं मोहम्मद अजहरुद्दीन
क्रिकेटर से नेता बने मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अब तक दो बार लोकसभा चुनाव लड़ा है। 2009 में वह कांग्रेस के टिकट पर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से जीत गए थे लेकिन 2014 के चुनाव में राजस्थान की टोंक सीट से वह हार गए थे। अब पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अपनी दिली ख्वाहिश बयां की है। अजहरुद्दीन अब न तो यूपी से चुनाव लड़ना चाहते हैं और न ही राजस्थान से। साक्षात्कार में पूर्व क्रिकेटर ने बताया कि वह अपने गृह राज्य से चुनाव लड़ना चाहते हैं। अजहरुद्दीन के मुताबिक वह सिकंदराबाद से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं जोकि अब तेलंगाना में है। अजहरुद्दीन अपनी इस ख्वाहिश के पीछे की एक वाजिब वजह भी बताते हैं। वह कहते हैं कि जब वह अपने गृह राज्य में लोगों से, जिनमें किसान भी थे, मिले तो उन्होंने दिल खोलकर उनका स्वागत किया और अपील की कि अब अपनी जमीन से ही चुनाव लड़ें। लोगों की इसी अपील को मोहम्मद अजहरुद्दी ने सिकंदराबाद से चुनाव लड़ने की इच्छा का आधार बताया है।
सिकंदराबाद से जीतने की संभावनाओं के बारे में सवाल किए जाने पर अजहरुद्दीन ने कहा कि जिस प्रकार वह लोगों की राय से प्ररित हैं, जीतने या हारने के बारे में नहीं सोचते हैं। उन्होंने कहा, ”मैं वहां लोगों के लिए काम करना चाहता हूं, मैंने लोकसभा सीट में कड़ी मेहनत की लेकिन पब्लिसिटी में यकीन नहीं करता हूं।” उन्होंने यह भी बताया कि उनकी ख्वाहिश के बारे में कांग्रेस के आलाकमान को अवगत करा दिया है और उम्मीद करते हैं कि बात रखी जाएगी।
हालांकि वह यह भी कहते हैं आखिरी निर्णय पार्टी का होगा। अजहरुद्दीन से जब यह पूछा गया कि उन्होंने राजनीति में आने के लिए कांग्रेस पार्टी को ही क्यों चुना तो उन्होंने जवाब दिया कि कांग्रेस एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है और राजीव गांधी का वह बहुत सम्मान करते हैं, इसलिए यह पार्टी ज्वाइन की।