नॉर्थ कोरिया पर बदले ट्रंप के सुर, बोले- परमाणु हथियारों को नष्ट करने में जल्दबाजी नहीं
उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण पर अपना सुर बदलते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ताजा बयान में कहा है कि उनके और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के बीच हुए समझौते के तहत उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि यह प्रक्रिया बहुत जल्द शुरू हो जाएगी।
ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा , ‘‘ चर्चा जारी है और बेहतर तरीके से आगे बढ़ रही हैं। हमने कोई समय सीमा नहीं तय की है। ’’ ट्रंप ने कहा कि हेलसिंकी में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हुई शिखर वार्ता के दौरान उन्होंने उत्तर कोरिया पर चर्चा की।
उन्होंने कहा , ‘‘ राष्ट्रपति पुतिन इससे जुड़े रहेंगे और इस प्रक्रिया में हमारे साथ होंगे।’’ गौरतलग है कि सिंगापुर में 12 जून को ट्रंप और किम के बीच हुई ऐतिहासिक वार्ता के दौरान उत्तर कोरिया ने अपने पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रतिज्ञा ली थी। हालांकि समझौते के तहत इस प्रक्रिया के लिए कोई समय सीमा या प्रक्रिया तय नहीं की गयी है।
वार्ता के एक महीने से भी ज्यादा वक्त गुजर जाने के बाद अबतक कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है और उत्तर कोरिया की भी शिकायत है कि अमेरिकी एकतरफा मांग कर रहे हैं। सिंगापुर वार्ता से पहले ट्रंप प्रशासन ने कहा था कि परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रक्रिया ‘‘ बिना किसी देरी ’’ के शुरू होनी चाहिए और वार्ता के बाद कहा था कि यह प्रक्रिया ‘‘ जल्द शुरू होने वाली ’’ है।
इस महीने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ भी किम के प्रमुख सहयोगी से मिले थे लेकिन उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने उनकी मांगों को एकतरफा और धमकी भरा बताया था। गौरतलब है कि सिंगापुर वार्ता के बाद पोम्पिओ ने कहा था कि 2020 में ट्रंप का कार्यकाल समाप्त होने तक उत्तर कोरिया का परमाणु निरस्त्रीकरण भी पूरा हो जाना चाहिए ।
हालांकि ट्रंप ने पिछले हफ्ते किम के एक पत्र को सामने रखते हुए इस दिशा में आशान्वित रहने के संकेत दिए थे।