कठुआ गैंगरेप: मुख्य आरोपी के वकील को कश्मीर सरकार ने बनाया एडिशनल एडवोकेट जनरल
कठुआ गैंगरेप मामले में आरोपी के वकील असीम साहनी को जम्मू कश्मीर सरकार ने एडिशनल एडवोकेट जनरल नियुक्त किया है। मंगलवार को जम्मू कश्मीर सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश के मुताबिक असीम साहनी जम्मू कश्मीर हाई कोर्ट की जम्मू बेंच में सरकार का पक्ष रखेंगे। जम्मू कश्मीर सरकार ने 4 वरिष्ठ एडिशनल जनरल, 3 एडवोकेट जनरल, 4 डिप्टी एडवोकेट जनरल और 4 सरकारी वकीलों की नियुक्ति की है, इन्हीं में से एक पद पर असीम साहनी की नियुक्ति की गई है। ये नियुक्तियां जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट की जम्मू और श्रीनगर बेंच के लिए की गई हैं। बता दें कि असीम साहनी के पिता एके साहनी भी एक मशहूर वकील हैं और वह भी कठुआ गैंगरेप के आरोपियों की पैरवी कर रहे हैं।
हालांकि असीम साहनी का कहना है कि वह आरोपियों की पैरवी करने वाले 51 वकीलों में से एक थे, लेकिन अब वह सरकार के खिलाफ कोई केस नहीं लड़ रहे हैं और उन्होंने कठुआ गैंगरेप मामले में अपना वकालतनामा भी वापस ले लिया है। बता दें कि असीम साहनी उस वक्त भी चर्चा में आए थे, जब अपने एक बयान में असीम साहनी ने दावा किया था कि पाकिस्तान बेस्ड आतंकी रसाना गांव को बेस के रुप में इस्तेमाल कर नजदीक के एक आर्मी कैंप पर हमला कर सकते हैं। बता दें कि रसाना गांव ही वो गांव है, जहां कठुआ गैंगरेप की पीड़िता बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। असीम साहनी ने बीते दिनों दावा किया था कि कठुआ गैंगरेप पीड़ितों की पैरवी करने के कारण उन्हें धमकियां मिल रही हैं।
बता दें कि जनवरी में कठुआ के रसाना गांव में एक 8 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं और उनके खिलाफ पठानकोट की एक अदालत में केस चल रहा है। कठुआ गैंगरेप की इस घटना से पूरे देश में काफी गुस्सा देखा गया था। यहां तक कि जम्मू कश्मीर की तत्कालीन पीडीपी-भाजपा सरकार के रिश्तों में भी इस घटना के बाद मतभेद उभर आए थे। दरअसल भाजपा के कुछ मंत्री आरोपियों के समर्थन में उतर आए थे, जिसके बाद भाजपा ने उन नेताओं को मंत्री पद से हटा दिया था।