अविश्वास प्रस्ताव: बीजेपी बोली- कांग्रेस ने 48 साल में स्कैम की राजनीति की, हमने स्कीम की
भाजपा ने आज कांग्रेस और नेहरू-गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में 48 साल तक कांग्रेस के एक ही परिवार के लोग सरकार चलाते रहे और उन्होंने स्कैम्स (घोटालों) की राजनीति की, वहीं नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछले 48 महीने में स्कीम्स (योजनाओं) की राजनीति की है। सरकार के खिलाफ विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा के राकेश सिंह ने कहा कि यह प्रस्ताव सरकार के कामकाज के विरुद्ध नहीं बल्कि 2019 में नरेंद्र मोदी की सरकार फिर बनने के डर से पैदा हुई हताशा में लाया गया है। उन्होंने कहा कि देश में जवाहरलाल नेहरू से लेकर पिछली संप्रग सरकार तक 70 साल में 48 साल एक ही परिवार के लोग सत्ता चलाते रहे। पूर्ववर्ती संप्रग सरकार का श्रेय भी कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को जाता है। उसके बाद भी कांग्रेस अभी तक सत्ता से तृप्त नहीं हुई है।
सिंह ने कहा, ‘‘इन 48 साल में कांग्रेस ने स्कैम्स (घोटालों) की राजनीति की और हमने 48 महीने में स्कीम्स (योजनाओं) का शासन किया।’’ सरकार के खिलाफ तेलुगू देशम पार्टी द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करते हुए सिंह ने कहा कि इससे पहले भी देश में कई बार अविश्वास प्रस्ताव आये हैं लेकिन इस बार यह बिल्कुल अलग है। तेदेपा सांसद अपने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कोई ठोस कारण पेश नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि तेदेपा के जयदेव गल्ला ने अपने बयान में जिन बातों का उल्लेख किया, उस समय कांग्रेस की सरकार थी। लेकिन आज वे कांग्रेस के खड़े होकर अविश्वास प्रस्ताव रख रहे हैं।
भाजपा सांसद ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि देश में पहली बार इतने भारी बहुमत से गैर-कांग्रेसी सरकार बनी है। इतने भारी बहुमत से चुनी गयी सरकार के खिलाफ ऐसे राजनीतिक दलों का साथ में अविश्वास प्रस्ताव लाना समझ नहीं आता। उन्होंने कहा दरअसल कांग्रेस इसलिए परेशान है क्योंकि वह एक ही परिवार की सरकार देश में चाहती है। ंिसह ने कहा कि देश इस अविश्वास प्रस्ताव को समझ नहीं पा रहा। कांग्रेस द्वारा इसे लाने के दो ही कारण हो सकते हैं। या तो विपक्षी पार्टी राज्यों में अपने खिसकते आधार को बचाने की कोशिश में ऐसा कर रही है या 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा के विजय रथ को रोकने की यह एक असफल कोशिश है।
उन्होंने कहा, ‘‘अविश्वास प्रस्ताव सरकार के कामकाज के विरुद्ध नहीं लाया गया बल्कि 2019 में मोदी सरकार बनने की आशंका से पैदा हुई हताशा ने इसकी नींव रखी है।’’ सिंह ने अपने भाषण में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकारों के कामकाज का उल्लेख किया तो राज्यों की बात करने पर कांग्रेस सदस्यों ने आपत्ति जताई। इस पर सिंह ने कहा कि यह प्रस्ताव ही राज्य के विषय के आधार पर लाया गया है, इसलिए भाजपा शासित राज्यों के विकास की कहानी भी कांग्रेस को सुननी होगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भावनात्मक शोषण का जो हुनर आता है, उसे किसी राजनीतिक दल को नहीं अपनाना चाहिए। सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों में फाइलें पहले अटकती थीं, फिर लटकती थीं और बाद में भटकती थीं लेकिन आज तेजी से काम हो रहे हैं। सिंह ने कहा कि आज सबकुछ वही है, लोग वो ही हैं। बदला है तो बस भ्रष्टाचार की जगह देश को आगे ले जाने का संकल्प। इसी कारण भारत विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन रहा है। उन्होंने कहा कि यह देश मोदी के नेतृत्व में भीतर और बाहर दोनों तरफ से विश्व की अगुवाई करने को तैयार हो रहा है।