कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गाँधी को बनाया गया कांग्रेस का चेहरा, गठबंधन पर जोर

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में रविवार को नवगठित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्लूसी) की पहली बैठक हुई। इसमें पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों के व्यापक गठबंधन की पैरवी की। कार्यसमिति ने आगामी लोकसभा चुनाव में व्यापक गठबंधन पर फैसले के लिए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को अधिकृत किया है। पार्टी ने कहा कि चुनाव से पहले और बाद में राहुल गांधी ही स्वाभाविक रूप से उसका चेहरा होंगे। बैठक में राहुल गांधी ने कांग्रेसजनों से अपील की कि वे भारत के दबे-कुचले लोगों की लड़ाई लड़ें।

सूत्रों के मुताबिक संसद भवन के एनेक्सी में हुई सीडब्लूसी की बैठक में सोनिया गांधी, पी चिदंबरम, अमरिंदर सिंह और कई अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने देश में विपक्षी दलों के बीच व्यापक गठबंधन की पैरवी की। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने समान विचारधारा वाली पार्टियों के बीच गठबंधन की पैरवी की। उन्होंने कहा कि इस प्रयास में हम सभी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ हैं। राहुल गांधी ने कहा कि नवगठित सीबडब्लूसी अनुभव और जोश के समावेश वाली इकाई है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष को भरोसा दिलाया कि वे और दूसरे सभी कांग्रेसजन भारत के सामाजिक सद्भाव और आर्थिक विकास को बहाल करने के मुश्किल भरे काम को पूरा करने में उनके साथ हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं राहुल जी को विश्वास दिलाता हूं कि हम सामाजिक सद्भाव और आर्थिक विकास को बहाल करने के मुश्किल भरे काम को पूरा करने उनका पूरा सहयोग करेंगे।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने भारत की आवाज के तौर पर कांग्रेस की भूमिका और वर्तमान व भविष्य की इसकी जिम्मेदारी के बारे में भी याद दिलाया।

राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा संस्थाओं, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और गरीबों पर हमले कर रही है। गांधी ने कहा कि नवगठित कार्यसमिति अनुभव और जोश का समावेश है। यह अतीत, वर्तमान और भविष्य के बीच सेतु का काम करेगी। बैठक में सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश की जनता को उस खतरनाक शासन से बचाना होगा जो भारत के लोकतंत्र को संकट में डाल रहा है। सोनिया गांधी ने भारत के वंचितों और गरीबों पर निराशा और डर के शासन को लेकर लोगों को आगाह किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बयानबाजी उनकी इस हताशा को दिखाती है कि मोदी सरकार के जाने की उलटी गिनती शुरू हो गई है। सोनिया गांधी ने पार्टी के लोगों से अपील की कि आरएसएस के खिलाफ उनकी जंग जारी रहनी चाहिए ताकि दबे-कुचले, गरीब और पिछड़े लोगों को इंसाफ मिल सके।

कार्यसमिति की बैठक के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, ‘आज की बैठक में 2019 के लोकसभा चुनाव और आगामी विधानसभा चुनाव पर चर्चा हुई। इसमें चुनावों के लिए प्रचार समितियों के गठन, तैयारियों और चुनाव पूर्व व चुनाव बाद गठबंधन का फैसला करने के लिए राहुल गांधी को अधिकृत किया गया है।’ राहुल गांधी के पार्टी या गठबंधन की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा होने के सवाल पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘कांग्रेस का निर्णय सटीक, सपाट और स्पष्ट है। राहुल गांधी हमारा चेहरा हैं। हम उनके नेतृत्व में जनता के बीच जाएंगे। जब हम सबसे बड़ा दल होंगे तो स्वाभाविक रूप से वही चेहरा होंगे।

इसमें शक की कोई गुंजाइश नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘हम 2004 से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं। जब कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी होगी और इसके पास 200 या इससे अधिक सीटें होंगी तो स्वाभाविक है कि कांग्रेस गठबंधन का नेतृत्व करेगी और स्वाभाविक रूप से कांग्रेस अध्यक्ष ही एकमात्र चेहरा होंगे। इस पर हमें कोई संदेह नहीं है।’ राहुल गांधी ने पिछले दिनों 51 सदस्यीय कार्यसमिति का गठन किया था। इसमें 23 सदस्य, 18 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 10 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं।

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