इन 5 वजहों से बॉक्स ऑफिस पर पिट सकती है श्रद्धा कपूर की फिल्म ‘हसीना पारकर’

बॉलीवुड स्टार श्रद्धा कपूर की फिल्म हसीना पारकर कई बार रिलीज डेट पोस्टपोन किए जाने के बाद आखिरकार 22 सितंबर को बॉलीवुड बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो गई। फिल्म को क्रिटिक्स से मिलने वाली प्रतिक्रिया काफी मिली जुली सी है और क्योंकि कहानी दाऊद इब्राहिम की बहन की जिंदगी पर आधारित है तो रिलीज से पहले इसके बारे में सवाल जवाब होना तय था। लिहाजा फिल्म की प्रोडक्शन कॉस्ट से लेकर इसमें कहानी को लेकर किए गए पक्षपात तक हर विषय पर प्रश्न पूछे गए। लेकिन यक्ष प्रश्न यह है कि क्या फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपना जादू चला पाएगी? क्या पर्दे पर पहली बार निगेटिव रोल में नजर आ रहीं श्रद्धा को लोग पसंद करेंगे? तो बता दें कि फिल्म के हिट होने से ज्यादा पिटने की संभावनाएं हैं। और ऐसा किसलिए आइए जानते हैं।

1. रिलीज डेट का पंगाः हसीना पारकर की रिलीज डेट को कई बार आगे खिसकाया गया और फाइनली इसे तब रिलीज किया गया जब बॉक्स ऑफिस पर सुपरस्टार संजय दत्त लंबे वक्त बाद फिल्म भूमि से वापसी कर रहे हैं। संजय दत्त की फैन फॉलोइंग काफी ज्यादा है और ऐसे में यह तय है कि ज्यादातर लोग संजू की फिल्म की ओर खिंचें चले जाएंगे। इसके अलावा बॉक्स ऑफिस पर आज ही के दिन राजकुमार राव की फिल्म न्यूटन भी रिलीज हुई है जिसे दर्शकों का भारी प्यार मिलने की उम्मीद है। जब एक ही दिन कई बड़ी फिल्में रिलीज होती हैं तो इसका एक बड़ा नुकसान यह होता है कि प्रॉफिट बंट जाता है।

2. रिलीज से पहले विवादः हसीना पारकर की रिलीज से पहले इसके प्रोडक्शन कॉस्ट को लेकर सवाल उठाए गए। कहा यह जा रहा है कि फिल्म चूंकि दाऊद इब्राहिम की बहन की जिंदगी पर है तो इसमें दाऊद या उसके रिश्तेदारों का पैसा लगा है। इसके अलावा फिल्म के लिए कॉस्ट्यूम प्रोवाइड कराने वाली कंपनी ने भी इसके खिलाफ धोखाधड़ी और दुर्व्यवहार की शिकायत की है। इससे फिल्म और मेकर्स दोनों की ही गुडविल खराब होती है।

3. श्रद्धा कपूर का लुकः श्रद्धा कपूर इस फिल्म में पहली बार निगेटिव रोल प्ले करती नजर आ रही हैं साथ ही यह पहली बार है जब उनको पर्दे पर 4 बच्चों की मां का किरदार निभाना है। श्रद्धा को अब तक हम एक चार्मिंग और बहुत खूबसूरत लड़की के तौर पर पर्दे पर देखते रहे हैं। श्रद्धा के बहुत से फैन्स उन्हें उनके लुक्स के लिए पसंद करते हैं। जबकि इस फिल्म में वह काफी वजन बढ़ा कर लौटी हैं। वह बहुत खूबसूरत नहीं दिख रहीं बल्कि एक काफी मोटी और बेडौल महिला के लुक में हैं। ऐसे में कुछ दर्शक शायद सिनेमाघरों की ओर रुख ना करें।

4. फिल्म की कहानीः ज्यादातर क्रिटिक्स फिल्म की कहानी को लेकर संतुष्ट नहीं हैं। इसके पीछे वजह यह है कि हसीना पारकर का असल मामला बहुत ज्यादा पुराना नहीं है और उस दौर के लोग हसीना की असली कहानी के तथ्यों और जानकारियों को फिल्म से क्लैश करते हैं, चीजें मैच नहीं होने पर दर्शकों को निराशा होती है।

5. सिनेमेटोग्राफिक लिबर्टीः फिल्म के निर्देशक अपूर्व लखिया ने एक टीवी इंटरव्यू में माना कि उन्होंने फिल्म की कहानी को सिनेमेटोग्राफिक लिबर्टी के तहत बदला है। इससे उन लोगों को ठेस पहुंच सकती है जो कि एक असल बायोपिक देखने के लिए सिनेमाघरों में जाना चाहते थे।

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