पाकिस्तान में भारी हिंसा के बीच मतदान जारी, अब तक 34 मरे
पाकिस्तान की जनता एक ओर जहां 70 साल के इतिहास में दूसरी बार लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता हस्तांतरण के तहत अपना नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए मतदान कर रही है, वहीं दूसरी ओर चुनावी हिंसा में आज सुबह से कम से कम 34 लोग मारे गये हैं। पाकिस्तान की सेना पर जहां आम चुनाव में हस्तक्षेप करने के आरोप लग रहे हैं, वहीं इसमें कट्टरपंथी इस्लामियों के शामिल होने के कारण भी लोग सशंकित हैं। आम चुनाव के लिए मतदान शुरू होने के कुछ ही घंटे के भीतर बलूचिस्तान की प्रांतीय राजधानी क्वेटा के भोसा मंडी क्षेत्र में हुए आत्मघाती हमले में 31 लोग मारे गये हैं। मतदान केन्द्र के बाहर हुई चुनावी हिंसा की अन्य घटनाओं में तीन लोग मारे गये हैं। कई मतदान केन्द्रों के बाहर प्रतिद्वंदी दलों के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प होने की सूचना है।
देश में आज नेशनल असेम्बली की 272 सीटों और चार प्रांतों पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय विधानसभाओं की कुल 577 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। नेशनल असेम्बली और चार विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के लिए करीब 10.6 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के अनुसार, नेशनल असेम्बली की 272 सीटों पर 3,459 उम्मीदवार अपना राजनीतिक भाग्य आजमा रहे हैं जबकि पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों की 577 सीटों के लिए 8,396 उम्मीदवार मैदान में हैं।देशभर में बनाए गए 85,000 से ज्यादा मतदान केन्द्रों पर मतदान स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजे शुरू हुआ। शाम चार बजे मतदान बंद होने के साथ ही सभी केन्द्रों पर वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी और 24 घंटे के भीतर चुनाव परिणाम की घोषणा कर दी जाएगी।
चुनावों में 30 से ज्यादा राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। मौजूदा आम चुनाव में पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ निवर्तमान पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) को सत्ता से बाहर कर उस पर काबिज होने की कोशिश कर रही है। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद सफदर फिलहाल पनामा पेपर लीक मामले में जेल में बंद हैं। पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो के नेतृत्व में पीपीपी (पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी) भी चुनावी समर में है। पीएमएल-एन प्रमुख और इस चुनाव को जीतकर प्रधानमंत्री पद पर काबिज होने की कोशिश कर रहे शाहबाज शरीफ आज सुबह लाहौर में वोट डालने वाले पहले लोगों में शामिल रहे।
वोट डालने के बाद शरीफ ने ट्वीट किया, ‘‘अभी-अभी मैंने वोट डाला। अब वक्त आ गया है कि आप सभी पाकिस्तान की प्रगति और समृद्धि के लिए मतदान करें। आशा करते हैं कि यह चुनाव देश में शांति और स्थिरता लेकर आएगा।’’ शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने के लिए आयोग ने मतदान केन्द्रों पर करीब 16 लाख कर्मचारियों को तैनात किया गया है। सुरक्षा के लिए 4,49,465 पुलिसर्किमयों और सेना के 3,70,000 जवानों को तैनात किया गया है। पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली में कुल 342 सीटें हैं। इनमें से 272 सीटों पर प्रत्यक्ष निर्वाचन होता है जबकि 60 सीटें महिलाओं और 10 सीटें धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं। इनका बाद में अप्रत्यक्ष तरीके से निर्वाचन होता है।
हालांकि किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 172 सीटों की जरूरत होगी।