महिला मुस्लिम सांसद ने मॉब लिंचिंग के डर से लौटा दी गाय, शंकराचार्य ने दिया था गिफ्ट
समाजवादी पार्टी के सीनियर और फायरब्रांड नेता आजम खान की पत्नी और राज्य सभा सांसद तजीन फातिमा ने मॉब लिंचिंग के डर से अपनी काली गाय लौटा दी है। उन्हें यह गाय गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य अधोक्षानंद महाराज ने उपहार में दी थी। संसद परिसर में जी मीडिया से बात करते हुए फातिमा ने कहा कि देश में इस समय भय का माहौल है। उन्हें भी इस बात का डर था कि कहीं गाय की वजह से लोग गलत समझकर हनला न कर दें। इसलिए एहतियातन उन्होंने शंकराचार्य को वह गाय भारी मन से लौटा दिया। बता दें कि अलवर मॉब लिंचिंग के बाद आजम खान ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की थी कि लोगों को अगर अपनी जान प्यारी है तो गाय से दूर रहें।
तजीन फातिमा ने साफ कहा कि गाय लौटाना राजनीतिक नाटक नहीं है बल्कि देश में उपजे मौजूदा माहौल की प्रतिक्रिया है। उन्होंने कहा कि हमें भी इस बात का डर सता रहा था कि कहीं परिवार किसी मुसीबत में न फंस जाए। पिछले शनिवार की रात राजस्थान के अलवर जिले में गो-तस्करी के शक में भीड़ ने रकबर उर्फ अकबर की जबर्दस्त तरीके से पिटाई कर दी थी जिसकी बाद में मौत हो गई थी। हालांकि, इस मामले में यह बात भी सामने आई है कि अगर रकबर को सही समय पर अस्पताल पहुंचाया जाता तो वो शायद बच सकता था। राजस्थान पुलिस ने घटना स्थल से मात्र 6 किलोमीटर दूर स्थित अस्पताल तक रकबर को पहुंचाने में तीन घंटे लगा दिए। रास्ते में पुलिस वालों ने बैठकर चाय भी पी। इसके अलावा पुलिसकर्मियों ने हिरासत में भी रकबर से मारपीट भी की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रकबर के शरीर की हड्डियां कई जगह टूटी हुई पाई गई है।
इस मामले पर बढ़ती सियासत को देखते हुए राजस्थान सरकार ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसे अदालत ने पांच दिनों की रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस लापरवाही की भी जांच के लिए अधिकारियों की एक टीम बना दी गई है। इसबीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लोग बेकार में मॉब लिंचिंग को तूल दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि गाय और इंसान, दोनों की सुरक्षा जरूरी है।