‘राधे मां’ को देवी काली का अवतार बता चारों ओर से घिर गए थे सोनू निगम
बॉलीवुड के मशहूर बैकग्राउंड सिंगर सोनू निगम आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है। अपनी सुरीली आवाज से करोड़ों लोगों का दिल जीतने वाले सोनू निगम ने बॉलीवुड को कई यादगार गाने दिए हैं। सोनू ने सिंगिंग के अलावा एक्टिंग में भी हाथ अजमाया लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। अपनी आवाज से लोगों को दीवाना बनाने वाले सोनू निगम कई बार अपने विवादित बयानों के कारण सोशल मीडिया पर ट्रोल हो चुके हैं। लेकिन सबसे ज्यादा उस वक्त ट्रोल्स के निशाने पर आए जब उन्होंने राधे मां का सपोर्ट किया। दरअसल साल 2015 में खुद को देवी का रूप बताने वाली राधे मां के समर्थन में सोनू निगम ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक के बाद एक तीन ट्वीट कर उनका बचाव किया और उनकी तुलना काली मां से कर डाली थी। जिसके बाद काफी बवाल हुआ था।
सोनू की जिंदगी से कई बेहद रोचक किस्से जुड़े हैं। आइए जानते हैं कैसे बॉलीवुड को मिला सोनू निगम जैसा सिंगर- सोनू को बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी थी। बात उस समय की है जब सोनू बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने के लिए माया नगर आए थे। 19 साल की उम्र में सोनू ने कई स्टेज परफॉर्मेंस दी लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। सोनू को शुरूआती दिनों में काफी स्ट्रगल करना पड़ा था। सोनू को पहचान उस वक्त मिली जब टी-सीरीज ने उनकी आवाज में मोहम्मद रफी के गाने ‘रफी की यादें’ को लॉन्च किया।
साल 1995 में सोनू ने टीवी शो ‘सारेगामा’ को होस्ट किया। यह शो सिंगर की लाइफ का मील का पत्थर साबित हुआ। इसके बाद फिर से टी-सीरीज के मालिक गुलशन कुमार ने सोनू को फिल्म ‘बेवफा सनम’ को गाने का मौका दिया था। फिल्म का ‘अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का’ लोगों के बीच पॉपुलर रहा। इसके बाद सोनू ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज सोनू का नाम बॉलीवुड के महंगे सिंगर्स की लिस्ट में शुमार है।