मराठा आंदोलन: एक और शख्स ने की आत्महत्या, अब तक 5 लोगों की मौत
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र के नांदेड जिले में 38 वर्षीय व्यक्ति ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने आज बताया कि मुंबई से करीब 570 किलोमीटर दूर नांदेड के धाबाद गांव में काचरू कल्याणे ने अपने घर में पंखे से फांसी लगा ली। कल्याणे ने उस समय फांसी लगाई जब 29 जुलाई को उसके घर के सदस्य कुछ काम से बाहर गए हुए थे। उन्होंने बताया कि कल्याणे के शव के समीप मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि वह आरक्षण के लिए मराठा समुदाय की मांग को लेकर अपनी जिंदगी खत्म कर रहा है। अधिकारी ने बताया कि पुलिस सुसाइड नोट की प्रमाणिकता की जांच कर रही है।
उन्होंने बताया कि शव परिवार को सौंप दिया गया है और उसी दिन अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस घटना के साथ ही नौकरी में आरक्षण की मांग को लेकर मराठा समुदाय के आंदोलन के दौरान पिछले सप्ताह से लेकर अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस ने बताया कि इस मुद्दे पर 29 जुलाई को औरंगाबाद में एक चलती ट्रेन के सामने कूदकर 35 वर्षीय व्यक्ति ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। इससे पहले दो व्यक्तियों ने पिछले सप्ताह आत्महत्या की थी जबकि एक अन्य की आंदोलनकारियों की हिंसा के दौरान मौत हो गई थी। मराठा संगठनों ने कहा कि उनकी आरक्षण की मांग के समर्थन में नौ अगस्त को मुंबई में एक महारैली की जाएगी।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सोमवार को मराठा आरक्षण की मांग को लेकर कई हिस्सों में आगजनी, सड़क जाम, पुलिस पर हमले, बंद की ताजा घटनाएं हुईं, जबकि एक व्यक्ति ने ट्रेन के नीचे कूदकर आत्महत्या कर ली। पुणे के चाकन के बड़े इलाकों व आसपास के उस्मानाबाद, सोलापुर, कोल्हापुर, नंदूरबार व औरंगाबाद में अगजनी, हिंसा, सड़क जाम करने की छिपुट घटनाएं हुईं और पैदल व मोटरसाइकिल पर नारेबाजी के साथ जुलूस निकाले गए। कई पुलिस थाना इलाकों में निषेधाज्ञा लागू की गई थी।
औरंगाबाद में प्रमोद होरे पाटील ने फेसबुक पर एक पोस्ट डालने के बाद ट्रेन के नीचे कूदकर आत्महत्या कर ली। उसने रविवार को आत्महत्या की थी, लेकिन उसका शव सोमवार को मुकुंदवाड़ी रेलवे स्टेशन के पास बरामद किया गया। इससे जिले के कुछ हिस्सों में बंद रहा। मराठा आंदोलन के पुणे के चाकन, हिंजेवाड़ी, खेड़ व पुणे-नासिक राजमार्ग पर हिंसक हो जाने से पांच राज्य परिवहन की बसों सहित दो दर्जन वाहनों को आग लगा दी गई।
नाराज प्रदर्शनकारियों ने चाकन पुलिस थाने को निशाना बनाया और इस हिंसा में करीब पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके अलावा शहर में तीन लोग पथराव में घायल हो गए।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े व निषेधाज्ञा लगाई। चाकन व दूसरे शहर पूरी तरह से बंद रहे। सभी राजनीतिक दलों ने मराठा नेताओं से शांति व संयम की अपील की। इस बीच सत्तारूढ़ सहयोगी शिवसेना, और विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायकों के साथ बैठकें की।
विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के राधाकृष्ण विखे-पाटील ने राज्यपाल सी.वी. राव को पत्र लिखकर राज्य सरकार व आंदोलन कर रहे मराठाओं के बीच हिंसा व लंबित आरक्षण मुद्दे के शीघ्र हल के लिए दखल करने की मांग की।