बिहार यौन शोषण मामला: सचिवालय पहुंची सीबीआई टीम, समाज कल्याण विभाग से मांगे दस्तावेज
बिहार के मुजफ्फरपुर जिला स्थित एक बालिका गृह में 34 लडकियों के साथ यौन शोषण मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम आज पटना स्थित समाज कल्याण विभाग के दफ्तर पहुंची और दस्तावेजों की मांग की। समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अतुल प्रसाद ने बताया कि सीबीआई की टीम ने उक्त मामले को लेकर पांच-छह दस्तावेजों की मांग की है। विभाग के निदेशक को कल उन्हें उपलब्ध कराने को कहा गया है। हालांकि प्रधान सचिव ने और कुछ भी खुलासा नहीं किया लेकिन अपुष्ट रिपोर्ट के अनुसार सीबीआई की टीम द्वारा मांगे गए दस्तावेजों में मुजफ्फरपुर बालिका गृह को संचालित करने वाली स्वयं सेवी संस्था सेवा संकल्प और विकास समिति के साथ विभाग द्वारा किया गया समझौता पत्र भी शामिल है।
मुजफ्फरपुर बालिका गृह को गत 31 मई से बंद कर दिया गया तथा बाद में इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर द्वारा संचालित सेवा संकल्प और विकास समिति को काली सूची में डाल दिया गया था। इससे पूर्व कल सीबीआई टीम ने मधुबनी जिले का दौरा किया था जहां मुजफ्फरपुर बालिका गृह की कई लड़कियां वहां रखी गयी है। बताया जाता है कि सीबीआई टीम ने वहां भेजी गयी 12 लड़कियों में से एक के मधुबनी से गायब होने को लेकर पूछताछ की है। उक्त लड़की के कथित रूप से फरार होने को लेकर गत 12 जुलाई को एक प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।
बाद में सीबीआई टीम ने पटना शहर और मोकामा स्थित आश्रय गृहों, जहां मुजफ्फरपुर बालिका गृह की अन्य लडकियों को रखा गया है, का भी दौरा किया था। इस बीच मुजफ्फरपुर से प्राप्त एक रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वाधार गृह, जहां से 11 महिलाएं लापता हैं और जिसे उक्त व्यक्ति द्वारा ही संचालित किया जा रहा था, फॉरेंसिक टीम जांच के लिए पहुंची जिसके साथ महिला थाना प्रभारी ज्योति कुमारी भी थीं। फॉरेंसिक टीम ने स्वाधार गृह से देशी शराब की बोतलें सहित कई अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है।