अजय देवगन की ‘रेड’ में पैसा लगाने वाले के घर छापा, पकड़ी गई करोड़ाें की टैक्‍स चोरी

आपको अजय देवगन की हाल ही में रिलीज फिल्म रेड तो याद ही होगी। इस फिल्म में सख्त और ईमानदार पुलिस अफसर को दिखाया गया था, जिसने एक रसूखदार राजनेता के घर पर आयकर विभाग की रेड डाली थी। अब आयकर विभाग ने असल में एक रेड इस फिल्म में पैसा लगाने वाले निर्माता पर डाली है। विभाग ने कुल 100 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी के अलावा भारी मात्रा में नगदी और गोल्ड भी जब्त किया है। लोगों को टैक्स चुकाने के लिए जागरूक करने वाली फिल्म का निर्माता भी टैक्स चोर था, इस तथ्य ने अफसरों को भी हैरान कर दिया।

बताया गया कि यूपी के गाजियाबाद के रहने वाले आनंद प्रकाश बड़े लोहा कारोबारी हैं। उनकी फर्म का नाम नेशनल स्टील प्रा. लिमिटेड है। आनंद प्रकाश की आनंद मूवीज के नाम से एक कंपनी भी है। इसी कंपनी ने फिल्म रेड में पैसे लगाए थे। सोमवार (30 जुलाई) को तड़के आयकर विभाग ने आनंद प्रकाश के ठिकानों पर छापेमारी की थी। विभाग ने कुल 17 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा था। जबकि रिकॉर्ड में आनंद प्रकाश सिर्फ 6 फर्मों के मालिक थे।

अधिकारियों के मुताबिक,” आनंद प्रकाश के घर से लाखों रुपये और प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। इन्हें सील किया गया है। रेड मूवी में कितने पैसे लगाए और कितने की आय हुई, इसका भी हिसाब तलाशा जा रहा है। इसके अलावा कितनी फिल्मों में उन्होंने पैसे लगाए हैं, इसकी भी जांच हो रही है। फिलहाल 100 करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। जबकि ढाई करोड़ रुपये कैश, दो किलो सोना, ढेरों दस्तावेज और आठ लॉकर भी सील किए गए हैं।

आनंद प्रकाश की फर्म पीएस एंटरप्राइजेज द्वारा दाखिल किए जाने वाले रिटर्न में लाभ टर्नओवर का 0.1 या इससे भी कम दिखाया जा रहा था, जबकि लोहामंडी के अन्य व्यापारी डेढ़ से दो फीसद लाभ का रिटर्न दाखिल करते हैं। इसी आधार पर आयकर विभाग की टीम ने जांच शुरू की थी। टीम ने आनंद प्रकाश के सीए दीपक गर्ग के घर पर भी छापा मारा। यहां कच्ची बहियां मिलीं थीं, जिनमें दिसंबर तक मुनाफा 4.65 फीसदी दिखाया गया था, जबकि रिटर्न दाखिल करते समय लाभ खत्म कर दिया गया।

आयकर विभाग को सूचना मिली थी कि आनंद प्रकाश 12 करोड़ रुपये एक गाड़ी से बाहर भेज रहे हैं। लेकिन जब छापेमारी हुई तो गाड़ी से सवा करोड़ की रकम ही निकली। शेष रकम के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर के मुताबिक, आयकर टीम को देखकर आनंद प्रकाश के पसीने छूट गए। वह फूट-फूटकर रोने लगे। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, शहर के सबसे पॉश इलाकों में खड़ी कोठियों की कीमत भी दस्तावेजों में बाजार मूल्य से 10 फीसद ही दिखाई हुई है। लोहामंडी के व्यापारियों पर यह अब तक की सबसे बड़ी रेड है।

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