जिसकी लाश का पोस्टमार्टम करा अंतिम संस्कार करने जा रहा था परिवार वही नशे में झूमता पहुँच गया
राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक अनूठा मामला सामने आया है। यहां पर एक परिवार ने अपने घर के सदस्य को मरा हुआ मान लिया। इस परिवार ने एक दूसरे व्यक्ति के लाश की पहचान भी अपने घर के शख्स के रूप में कर ली। उस लाश की पोस्टमार्टम करवाई गई। उस युवक के अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी कि तभी ‘चमत्कार’ हो गया। वहां मौजूद लोगों को अपनी आंख पर यकीन नहीं हुआ। लोगों ने देखा कि जिसकी ‘डेड बॉडी’ को वो जलाने जा रहे थे, वो नशे में धुत नाचता हुआ आ रहा है। इसके बाद तो मौके पर कोहराम मच गया। लोग समझ नहीं पा रहे थे कि जिसे वे जलाने जा रहे हैं वो यहां खड़ा कैसे हैं।
अब हम आपको पूरा मामला बताते हैं। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक जयपुर के गलता गेट स्थित रघुनाथपुरी कॉलोनी में शुक्रवार सुबह एक शख्स की लाश पाई गई। कुछ लोगों ने इसकी पहचान दौसा के लालसोट निवासी विजय प्रकाश के रूप में की। परिजनों ने शव की पहचान की। कानूनी प्रक्रिया के तहत डेडबॉडी का पोस्टमार्टम करवाया गया। इसके बाद बॉडी परिवार वालों को सौंप दी गई। घर के लोग गमगीन थे। शव यात्रा निकालने की तैयारी हो रही थी कि नशे में धुत विजय प्रकाश वहां झुमता हुआ पहुंच गया। एकबारगी लोगों को यकीन नहीं हुआ। तब सबका ध्यान इस बात की ओर गया कि आखिर जिस बॉडी का अंतिम संस्कार करने वे जा रहे हैं वो है कौन? आनन-फानन में पुलिस को खबर दी गई। विजय प्रकाश और उसके परिवार वाले गलतागेट थाने पहुंचे और बताया कि उन्होंने गलत शव की पहचान कर ली थी। जांच के बाद पुलिस ने एक बार फिर से शव को एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर में रखवा दिया। लोगों ने कहा कि रघुनाथपुरी कॉलोनी के पास एक अपार्टमेंट की दीवार के पास 39 साल के युवक की लाश पड़ी हुई थी। साथ में शराब की बोतलें भी थी।
पहली बार में लग रहा था कि नेश में दीवार से गिरने की वजह से युवक मौत हुई है। पुलिस ने लाश की तस्वीर लेकर आस-पास भिजवाई तो नागतलाई के रहने वाले राजेश वर्मा ने शव की पहचान अपने चचेरे भाई विजय प्रकाश के रूप में की। पुलिस ने पंचनामा करवाकर लाश विजय प्रकाश के परिवार वालों को सौंप दिया। विजय प्रकाश के परिवार वाले लाश का अंतिम संस्कार करने ही वाले थे कि विजय प्रकाश वहां पहुंच गया।