मुजफ्फरपुर कांड : बोले अरविंद केजरीवाल- ये 40 निर्भया का मामला है, बड़े-बड़े सिंहासन नहीं बचेंगे
बिहार के मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में 34 मासूम बच्चियों से दुष्कर्म की गूंज अब दिल्ली में भी सुनी जा रही है। बिहार में राजद के नेता प्रतिपक्ष और लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे दिया है। तेजस्वी यादव का धरना स्थल जदयू के राष्ट्रीय कार्यालय से महज 20 मीटर दूर है। तेजस्वी यादव के साथ मंच पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, शरद यादव, मीसा भारती, डी राजा, संजय सिंह, कन्हैया कुमार, शेहला रशीद, सोमनाथ भारती, दिनेश त्रिवेदी, सीताराम येचुरी, जीतनराम मांझी जैसे नेता मौजूद हैंं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस धरने में शिरकत की।
मंच से जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुजफ्फरपुर कांड के बहाने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा,” दिल्ली में एक निर्भया कांड हुआ था। यही जंतर-मंतर था और यूपीए सरकार का सिंहासन डोल गया था। यहां 40 बच्चियों के साथ कई सालों तक दुष्कर्म हुआ है। इस बार बड़े-बड़े सिंहासन नहीं बचेंगे। सोशल मीडिया पर मौजूद भाजपा के गुंडों और लफंगों ने कुछ दिनों पहले सुषमा स्वराज तक को नहीं छोड़ा था। अगर आज केंद्र सरकार इन पर रोक नहीं लगाती है तो कल आपके घर की बेटियां और महिलाएं भी सुरक्षित नहीं रहेंगी।”
सभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने आगे कहा,”तीन महीने के अंदर सभी आरोपियों को फांसी की सजा दिलाई जाए। बलात्कार करने वाले तो दोषी हैं ही, लेकिन जो लोग उन्हें बचा रहे हैं वे ज्यादा वहशी हैं, क्योंकि जनता ने उन्हें चुनकर भेजा है। उन्होंने निर्भया कांड का उल्लेख करते हुए कहा कि एक बेटी से रेप की घटना से यूपीए का सिंहासन डोल गया था। समय आ गया है कि सत्ताधीश चेत जाएं।”
धरना स्थल पर मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि क्यों अंतरात्मा की आवाज पर सीएम नीतीश कुमार इस्तीफा नहीं दे रहे हैं? बिहार के मुजफ्फरपुर में जो पाप हुआ है, उसमें उनकी सरकार के मंत्री और करीबियों की संलिप्तता सामने आ रही है। आरोपियों को बचाने की लगातार कोशिश हो रही है। सीबीआई जांच के नाम पर पूरे मामले को दबाने की कोशिश की गई। बच्चियों की मेडिकल रिपोर्ट को भी दबाने का प्रयास किया गया। इस पाप का जवाब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देना होगा।”
वहीं धरने पर जाने से पहले समाचार एजेंसी एएनआई को दिए बयान में तेजस्वी यादव ने कहा,” बाल आयोग की रिपोर्ट के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया। टाटा इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट आने के दो महीने बाद एफआईआर दर्ज करवाई गई है और इसमें भी मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर का नाम गायब है क्योंकि ब्रजेश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का करीबी है।” तेजस्वी यादव ने साफ कहा,”हम ब्रजेश ठाकुर को फांसी के फंदे पर लटकते देखना चाहते हैं। अगर आप संख्या की नजर से बात करें तो बिहार में पिछले एक साल में अपराधों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है। पूरे प्रदेश के कई जिलों में गैंगरेप के मामलों में लगातार इजाफा हुआ है।