जवाहर लाल नेहरू के रास्ते पर नरेंद्र मोदी, 65 साल बाद कुंभ की सीधी निगरानी करेंगे प्रधानमंत्री
दशकों बाद ऐसा होगा जब प्रधानमंत्री कुंभ मेले पर सीधे नजर रखेंगे। इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 65 साल पहले ऐसा किया था। जानकारी के मुताबिक साल 2019 में होने वाले कुंभ मेले में पीएम नरेंद्र मोदी सीधी नजर रखेंगे। चुनावी साल होने की वजह से केंद्र की भाजपा सरकार को इस मेले से काफी उम्मीदें हैं। माना जा रहा है कि पार्टी और सरकार कुंभ मेले में किसी तरह की कसर नहीं छोड़ना चाहती है, इसलिए इसके प्रचार-प्रसार से लेकर इसके बंदोबस्त पर प्रधानमंत्री की सीधी नजर है।
कहा जा रहा है पीएम कुंभ से पहले इसकी तैयारियों का जायजा लेने इलाहाबाद भी पहुंच सकते हैं। इससे पहले 1954 में तब पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सीधी निर्देश दिए थे कि मेले की तैयारियों में किसी तरह की कोताही ना बरती जाए। दस्तावेज बताते हैं कि 1954 में मेले की तैयारियों के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई। मेले की हर जानकारी सीधे पुलिस हेडक्वॉर्टर को भेजी जाती थी। वहां ये जानकारी पीएम को भेजी जाती थीं। बताया जाता है कि 2019 के कुंभ मेले के लिए केंद्र सरकार ऐसी ही तैयारी में है।
बता दें कि इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि मोदी व योगी सरकार कुंभ को भव्यता प्रदान करने को प्रतिबद्ध है। सरकार अभी तक का सबसे भव्य कुंभ कराएगी। उन्होंने कहा, “केंद्र व प्रदेश सरकार के लिए संतों का सम्मान सर्वोपरि है और कुंभ संतों की मंशा के अनुरूप ही होगा। प्रयाग कुंभ से संतों के जरिए विश्व को सार्थक संदेश मिले, यही हमारी कामना है, ताकि पूरी दुनिया सनातन संस्कृति के कल्याणकारी स्वरूप को जान सके और उससे जुड़ सके।”
शाह ने यह बातें मठ बाघंबरी गद्दी में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों की बैठक में कही। उन्होंने संतों को आश्वासन दिया कि सरकार कुंभ में संतों को बेहतर से बेहतर सुविधा मुहैया कराएगी। कुंभ की तैयारियों को लेकर वह खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता कर चुके हैं।