डिबेट: पैनलिस्ट बोले-संबित पात्रा के बाप-दादा भी घुसपैठिए थे, चंद मुस्लिम आए तो बावेला मचा रही BJP
देश में घुसपैठियों पर लगातार बहस चल रही है। NRC का ड्राफ्ट तैयार होने के बाद अवैध प्रवासियों को देश से बाहर भेजने की मांग हो रही है। न्यूज 18 पर ऐसे ही एक बहस के दौरान भगोड़े जाकिर नाइक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन से जुड़े इलियास शराफुद्दीन ने अवैध प्रवासियों को देश से बाहर भेजने की सरकार की पहल का विरोध किया। इलियास शराफुद्दीन ने अपना तर्क देते हुए कहा कि भारत का दिल बहुत बड़ा है, यहां पर जो भी विदेशी आए उन्हें जगह दी गई। इलियास शराफुद्दीन ने कहा, “भारत का दिल इतना बड़ा है कि 4 हजार साल पहले संबित पात्रा के पूर्वज आए थे उनको भी…घुसपैठियों को रख लिया यहां…उसके बाद तिब्बतियन आए…वो घुसपैठियों को रख लिया यहां…उसके बाद पाकिस्तान के हिन्दू आए वो घुसपैठियों को भी राजस्थान में रख लिया…अब चंद मुसलमान आए…तो इतना बड़ा बावेला मचा दे रही है बीजेपी-आरएसएस…।”
इलियास शराफुद्दीन के इस बयान पर एंकर ने कड़ी आपत्ति जताई। हालांकि आईआरएफ के नेता ने अपनी बात जारी रखी, उन्होंने कहा, “जब आप सबको सह रहे हैं, तो थोड़े मुसलमानों को भी सह लो…।” इस पर एंकर ने कहा कि क्या ये धर्मशाला है। इलियास शराफुद्दीन एक बार फिर भड़के और जवाब दिया, “धर्मशाला नहीं, हिन्दुस्तान का इतना बड़ा दिल है कि सबको बर्दाश्त कर रहा है…क्या ब्रह्माणों के लिए धर्मशाला नहीं थी…जब संबित पात्रा के पूर्वज आए थे यहां तो धर्मशाला नहीं थी…।” इस नेता पर जब एंकर ने जहर उगलने का आरोप लगाया तो उन्होंने कहा कि ये जहर नहीं जवाब है…।” IRF प्रवक्ता इलियास शराफुद्दीन ने कहा कि आर्यन का भारत में आना दुख की बात है…ब्रह्माण आर्यन हैं और देश में आग लगा रहे हैं संबित पात्रा जैसे लोग।”
IRF प्रवक्ता इलियास शराफुद्दीन ने कहा कि वे चाहते हैं कि मुसीबत में जो भी भारत में आया है उन्हें जगह मिलनी चाहिए। इलियास शराफुद्दीन ने कहा, “कोई भी परेशानी में भारत आया…चाहे वो किसी भी धर्म का हो…तो भारत ने उसे अपने गोद में बिठा लिया, संबित पात्रा के बाप-दादा आए तो बिठा लिया…तिब्बतियन आए तो बिठा लिया…तो चंद मुसलमान आए तो प्रॉब्लम क्या है।”