एमपी: अजीत जोगी के मनाने पर भी नहीं मानीं पत्नी, बोलीं- कांग्रेस से ही लड़ूंगी
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और पत्नी रेणु के बीच राजनैतिक अनबन हो गई है। रेणु कांग्रेस की सदस्य हैं जबकि जोगी बगावत पर अपनी अलग पार्टी- जनता कांग्रेस बना चुके हैं। मीडिया से बातचीत में रेणु ने कहा कि वे कांग्रेस में हैं और कांग्रेस में ही रहेंगी। रेणु ने बताया कि वह चुनाव लड़ने के लिए एक-दो दिन में आवेदन जमा कर देंगी। दूसरी तरफ, अजीत ने कहा कि उन्होंने रेणु को मनाने की बहुत कोशिशें की मगर वह नहीं मानीं। रेणु ने कहा है, ”मैं पार्टी में लगातार सक्रिय हूं। जहां तक जोगी कांग्रेस के कार्यक्रम में शामिल होने की बात है तो वह मेरे और वन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम था। मंच से किसने क्या कहा, मुझे नहीं पता। संगठन से मेरी कोई खींचतान नहीं है।”
अजीत जोगी ने रेणु को ‘सोनिया गांधी से प्रभावित’ बताया। उन्होंने कहा, ”रेणु आजाद हैं। वे चाहें तो कांग्रेस से चुनाव लड़ सकती हैं, चाहें तो जनता कांग्रेस से, मैं अवरोध नहीं बनूंगा।” अजीत ने कहा कि अगर कांग्रेस रेणु को टिकट नहीं देती तो उनकी पार्टी तो है ही। उन्होंने कहा, ”भारत में कई परिवार हैं जिनके सदस्य अलग-अलग पार्टियों में हैं। हमारे परिवार से सिर्फ दो लोग ही चुनाव लड़ेंगे। एक मैं खुद और दूसरा अमित, ऋचा या रेणु में से कोई भी हो सकता है।” हालांकि अजीत ने साफ किया कि अगर रेणु कांग्रेस से चुनाव लड़ेंगी तो उन दोनों के बीच राजनीतिक विरोधाभास रहना तय है।
पति-पत्नी के बीच इस राजनीतिक फूट पर कांग्रेस ने कहा है कि टिकट का फैसला पार्टी हाईकमान करेगा। पीएल पुनिया ने कहा, ”प्रत्याशियों के नाम पहले ब्लॉक, फिर जिला इकाइयों से मंगाए जा रहे हैं। फिर प्रदेश संगठन, स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों से चर्चा होगी। इसकी रिपोर्ट पार्टी को दी जाएगी जिसके बाद हाईकमान तय करेगा कि किसे टिकट देना है और किसे नहीं।” भाजपा ने इस पूरे प्रकरण को ‘राजनीतिक नौटंकी’ बताया है।