यूपी: बलिया और देवरिया की सीमा पर डेढ़ घंटे तक धरने पर बैठे रहे नेता प्रतिपक्ष, तब मिली प्रदर्शन का मंजूरी
देवरिया के नारी संरक्षण गृह में कथित देह व्यापार के खुलासे के बाद प्रदर्शन करने जा रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा में विरोधी दल के नेता रामगोंिवद चौधरी को आज बलिया और देवरिया की सरहद पर प्रशासन ने डेढ़ घण्टे तक रोके रखा तथा मौके पर धरना देने के बाद प्रदर्शन की अनुमति दी। राज्य विधानसभा में विरोधी दल के नेता समाजवादी पार्टी के रामगोविंद चौधरी ने बताया कि वह पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार देवरिया के नारी संरक्षण गृह में देह व्यापार के मामले को लेकर देवरिया में आज आयोजित दल के प्रदर्शन का नेतृत्व करने जा रहे थे कि बलिया तथा देवरिया जिले की सीमा पर स्थित भागलपुर पुल पर प्रशासन एवं पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद वह पार्टी कार्यकर्ताओं सहित मौके पर ही धरने पर बैठ गये।
उन्होंने बताया कि धरने स्थल पर कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ते देख प्रशासन की तरफ से देवरिया के पुलिस अधीक्षक ने उनसे फोन पर बात की तथा डेढ़ घंटे तक रोके रखने के बाद देवरिया जाने की अनुमति दी। उन्होंने प्रशासन के इस कृत्य को दमन व आपातकाल की संज्ञा दी तथा कहा कि वह विधानसभा के आगामी सत्र में इस मसले को जोर शोर से उठायेंगे ।
उन्होंने देवरिया कांड को बिहार के मुजफ्फरपुर से भी बड़ा और वीभत्स करार दिया तथा कहा कि इस कांड ने देश-दुनिया मे प्रदेश के सम्मान और प्रतिष्ठा पर कालिख पोत दी है।
चौधरी ने देवरिया कांड के लिये योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि इस कांड में सरकार के लोग भी संलिप्त थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि योगी सरकार इस मामले की लीपापोती में जुटी है।