केरल के चर्च में महिला का यौन शोषण करने के आरोपी पादरियों ने किया पुलिस के सामने सरेंडर
केरल के कट्टयम में वर्षों तक 34 वर्षीय एक महिला का यौन शोषण करने के आरोपी चर्च के दो पादरियों की सुप्रीम कोर्ट में दायर जमानत याचिका खारिज होने के बाद उन्होंने सोमवार को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। शीर्ष अदालत ने उनकी याचिका को खारिज करते हुए उनसे 13 अगस्त तक सरेंडर करने का आदेश दिया था।
मीडीया रिपोर्ट के अनुसार सोनी वर्गीज और जेसी के. जॉर्ज ने दक्षिण केरल के कोल्लम के पुलिस आयुक्त के सामने खुद को सरेंडर कर दिया और बाद में उन दोनों को मामले की जांच कर रही टीम के हवाले कर दिया गया। वे मलांकरा ऑर्थोडॉक्स सीरियन चर्च के उन चार पादरियों में शामिल थे, जिनके ऊपर महिला के यौन शोषण करने में शामिल होने का आरोप था। उनमें से दो को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
राज्य पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पिछले महीने एक हाउस वाइफ के उन आरोपों के आधार पर कि उनका यौन शोषण किया गया, और महिला ने इन आरोपियों में से एक के सामने बयान दिया, उसके बाद इन आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया।
दो बच्चे की मां ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि दूर के रहनेवाले उसके एक रिश्तेदार फादर वर्गीज सबसे पहले उसका उत्पीड़न किया, उस वक्त वह 16 वर्ष की थी। उसके बाद उस महिला की 2009 में शादी होने के बाद फादर जॉब मैथ्यू ने भी उसके साथ वैसा ही किया।
महिला की शिकायत के मुताबिक, बाद में फादर मैथ्यू ने ये बात अन्य सहयोगी जैसी के. जॉर्ज और जॉनसन वी. मैथ्यू के साथ साझा की। उन दोनों ने भी बाद में उस महिला का कथित तौर पर ब्लैकमेल किया। हालांकि, पादरी ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि यह सब उन्हें फंसाने के लिए किया जा रहा था।