MP के इस शिव मंदिर में स्थित 300 साल पुराने शिवलिंग का नर्मदा नदी स्वयं करती हैं जलाभिषेक

मध्य प्रदेश के देवास जिले में एक ऐसा शिव मंदिर है जिसके 300 साल पुराने शिवलिंग का नर्मदा नदी स्वयं जलाभिषेक करती हैं। यह मंदिर देवास जिले के बागली से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसे जटाशंकर महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है। ऐसा बताया जाता है कि जटाशंकर महादेव मंदिर बहुत ही पुराना है। लेकिन यह मंदिर कितना पुराना है, इस बारे में कोई ठोस आंकड़ा मौजूद नहीं है। यहां पर शिव मंदिर के साथ ही साथ राम दरबार, राधा-कृष्ण और हनुमान मंदिर भी है। वैसे तो इस मंदिर में सदैव ही भक्तों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन सावन के महीने में इसका नजारा बेहद ही खास हो जाता है।

नर्मदा नदी के द्वारा शिवलिंग का जलाभिषेक किए जाने के पीछे एक कहानी प्रचलित है। इसके मुताबिक अब से तकरीबन 250 साल पहले यहां पर भगवानदास नाम के एक महात्मा रहते थे। भगवानदास जी प्रतिदिन नर्मदा नदी में स्नान करने जाते थे। स्नान करने के बाद वे नर्मदा नदी के जल से शिवलिंग का जलाभिषेक करते थे। कहते हैं कि ऐसा उन्होंने नियमीत रूप से कई सालों तक किया। हांलाकि वृद्धावस्था में बीमार हो जाने की वजह से नदी में स्नान करने नहीं जा सके। और शिवलिंग का जलाभिषेक भी नहीं कर पाते थे।

ऐसा कहा जाता है कि बीमारी की हालत में भगवानदास जी ने मां नर्मदा का आह्वाहन किया। बताते हैं कि उनके आह्वाहन पर नर्मदा ने स्वयं प्रकट होकर उन्हें आश्वासन दिया कि अब से मैं हमेशा यहां रहकर शिवलिंग का जलाभिषेक करूंगी। इस कहानी के मुताबिक उसी समय से नर्मादा नदी की जलाधारा शिवलिंग से होकर बह रही है। बता दें कि पर्यटन के लिहाज से भी जटाशंकर महादेव मंदिर अच्छा है। यहां तक पहुंचने का रास्ता जंगलों से होकर गुजरता है। और सावन माह में भारी संख्या में पर्यटक यहां पर आते हैं।

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