बाढ़ से जूझ रहा केरल, मृतकों की संख्या बढ़कर 80, राहत एवं बचावके लिए एनडीआरएफ की 12 और टीमें रवाना
बाढ़ से जूझते केरल में राहत एवं बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दल गंभीर है। 18 टीमें पहले से राज्य में बचाव कार्य में लगी हैं, मगर हालात को देखते हुए एनडीआरएफ की 12 और टीमें रवाना हो गई हैं। इसमें दिल्ली से छह और गुजरात की राजधानी गांधीनगर से भी इतनी ही टीमें शामिल हैं।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (16 अगस्त, 2018) को केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन से बात की है। ट्वीट के जरिए जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि उन्होंने राज्य में बाढ़ के हालात पर सीएम से बात की। इसके अलावा रक्षा मंत्रालय को भी राज्य में बचाव और रिलीफ ऑपरेशन के निर्देश दिए हैं। पीएम ने कहा कि वो केरल के लोगों की सुरक्षा की कामना करते हैं। बता दें कि बाढ़ के बाद केरल में बुधवार को फिर जोरदार बारिश होने से 19 और लोगों की मौत हो गई।
अधिक तबाही के बाद अधिकारियों को पूरे राज्य में रेड अलर्ट जारी करना पड़ा है। इन मौतों की रपट के बाद, मूसलाधार बारिश में मरने वालों की संख्या बढ़कर 73 हो गई है। केरल के 14 जिलों में से 11 में बुधवार दोपहर बाद रेड अलर्ट जारी किया गया जिसमें इडुक्की, कोझिकोड, वायनाड, मलप्पुरम, पाथनमथिट्टा, कन्नुर और एर्नाकुलम शामिल है। कोचीन हवाईअड्डे को इसके परिसर में पानी घुसने की वजह से शनिवार तक बंद कर दिया गया है। मंगलवार को देर रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश के बाद राज्य के 33 बांधों के गेट को खोलना पड़ा। ऐसा पहली बार हुआ है। बारिश के शनिवार तक जारी रहने की संभावना जताई गई है।.
बाढ़ से जूझते केरल में राहत एवं बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दल गंभीर है। 18 टीमें पहले से राज्य में बचाव कार्य में लगी हैं, मगर हालात को देखते हुए एनडीआरएफ की 12 और टीमें रवाना हो गई हैं। इसमें दिल्ली से छह और गुजरात की राजधानी गांधीनगर से भी इतनी ही टीमें शामिल हैं।
केरल में भारी बारिश से बांध और नदियां उफान पर हैं। बाढ़ से गुरुवार को 12 और लोगों की मौत की पुष्टि के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 80 हो गई। शनिवार तक और बारिश होने की संभावना है। प्रतिकूल मौसम को लेकर केरल में बुधवार शाम से रेड अलर्ट जारी है। बुधवार को कुल 28 लोगों की मौत की खबर है।