पाकिस्तानी PM से बात कर रहे अटल ने दिलीप कुमार को थमा दिया था फोन, नवाज शरीफ को खूब पड़ी फटकार
Atal Bihari Vajpayee Health Now Latest News Live Update: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के AIIMS में भर्ती जिंदगी और मौत से जूझ रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर दिलीप कुमार के आपसी रिश्ते काफी अच्छे रहे हैं। आमतौर पर कई मौका पर ऐसा देखा जाता रहा है। एक मौका कारगिल यूद्ध के दौरान भी जब आया दिलीप कुमार ने वाजपेयी के लिए तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने शरीफ को ‘शराफत’ में रहने की नसीहत तक दे डाली। दरअसल 21 फरवरी, 1999 को भारत और पाकिस्तान के बीच लाहौर समझौता हुआ। इसमें दोनों देशों ने विश्वव्यापी परमाणु निस्त्रीकरण और अप्रसार के उद्देश्यों के प्रति प्रतिबद्धता जताई थी। इसके अलावा इस समझौते में जम्मू-कश्मीर सहित तमात मुद्दों के समाधान के प्रयास में तेजी लाने की भी बात कही गई। फौजों को अंतर्राष्ट्रीय सीमा से अपनी-अपनी तरफ वापस लाने पर सहमति बनी थी। इसमें शिमला समझौते के प्रति भी प्रतिबद्धता भी जाहिर की गई थी। हालांकि पूर्व पीएम की पाकिस्तान यात्रा के दौरान वहां के कई कट्टरपंथी संगठनों ने इसका विरोध किया था। मीनार-ए-पाकिस्तान के प्लेटफॉर्म तक को ये कहकर धुलवाया गया था कि यहां दुश्मन देश के प्रधानमंत्री के पैर पड़ गए हैं।
वैसे बाद में भी दोनों देशों की दोस्ती ज्यादा दिन नहीं टिक पाई। तब पाकिस्तान के नए-नए सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ की शह पर कारगिल घुसपैठ शुरू हो गई। इससे दोनों मुल्कों के संबंध फिर से तनावपूर्ण हो गए। इस बात का जिक्र वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी की किताब ‘हार नहीं मानूंगा-अटल एक जीवन गाथा’ में भी किया गया है। अब आते दिलीप कुमार और वाजपेयी की दोस्ती के किस्से पर। तब कारगिल घुसपैठ से नाराज वाजपेयी ने दिलीप कुमार से नवाज शरीफ के व्यवहार के प्रति दुख व्यक्त किया था। इससे गुस्साए दिलीप कुमार ने खुद नवाज शरीफ से बात की थी।
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी की किताब ‘नीदर ए हॉक नॉर ए डव’ के मुताबिक वाजपेयी ने जब शरीफ को शिकायत भरा फोन किया तो अचानक उन्होंने रिसीवर दिलीप कुमार को पकड़ा दिया। किताब के मुताबिक दिलीप कुमार की अवाज सुनकर नवाज शरीफ भी घबरा गए। मगर दिलीप ने शिकायत भरे लहजे में तत्कालीन पीएम नवाज से कहा, ‘मियां साहिब, आपने हमेशा अमन का बड़ा समर्थक होने का दावा किया है इसलिए हम आपसे जंग की उम्मीद नही करते। तनाव के माहौल में भारत के मुसलमान बहुत असुरक्षित हो जाते हैं। इसलिए हालात को काबू में करने के लिए कुछ कीजिए। शराफत में रहिए।’