यूपी में पुजारियों की हत्‍या के बाद छापेमारी, कुरैशी समुदाय के कई लोग गांव से हुए फरार

ओरैया के कुदारकोट गांव की सड़कें गुरुवार को सुनसान दिखाई दीं। दरअसल एक दिन पहले ही गांव में 2 पुजारियों की हत्या और एक पुजारी के गंभीर रुप से घायल होने का मामला सामने आया है। हत्या की इस घटना को मंदिर परिसर में ही अंजाम दिया गया था और घटना के बाद से ही गांव के कुरैशी समुदाय के लोग फरार हैं। बताया जा रहा है कि पुजारियों ने पुलिस को गांव में हो रहीं गोहत्या के संबंध में सूचना दी थी। ऐसे में स्थानीय लोग को शक है कि इसी कारण पुजारियों की हत्या की गई है। बता दें कि बुधवार को जब स्थानीय निवासी पूजा के लिए मंदिर पहुंचे थे, तब उन्हें पुजारियों की हत्या की जानकारी हुई। इस दौरान 2 पुजारियों को तख्त बांधकर किसी नुकीली और धारदार हथियार से मारा गया था, वहीं एक पुजारी की सांसे चल रहीं थी, जिसके बाद लोगों ने इस पुजारी को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां अभी भी उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

मृतकों की पहचान लज्जाराम यादव (65 वर्ष) और हरभजन (57 वर्ष) के रुप में हुई है। घायल पुजारी का नाम रामसरन है। मृतक लज्जा राम के भाई राम कृष्ण यादव का कहना है कि उसके भाई की हत्या गोहत्या का विरोध करने और इस संबंध में पुलिस में शिकायत करने के कारण की गई है। जो लोग गोहत्या में शामिल हैं, वही उसके भाई की हत्या में शामिल हो सकते हैं। वहीं इस घटना के बाद से गांव में माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया है। लोगों ने नाराजगी के चलते ओरैया इटावा मार्ग को भी ब्लॉक कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया। बाद में आला अधिकारियों के समझाने और दोषियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन देने के बाद लोग माने। वहीं मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में बिधूना पुलिस थाने के इंचार्ज अखिलेश मिश्रा और कॉन्सटेबल इस्लाम को सस्पेंड कर दिया गया है और गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। गौरतलब है कि घटना के बाद से ही मुस्लिम समुदाय के कई लोग फरार हैं। पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ जारी है।

वहीं गिरफ्तार किए गए लोगों के परिजनों का कहना है कि पुलिस पूछताछ के नाम पर उन्हें परेशान कर रही है। एक स्थानीय निवासी बादशाह आलम ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि ‘कुरैशी समुदाय के लोग पशुओं को काटने का काम करते हैं, लेकिन पुलिस सभी मुस्लिमों को परेशान कर रही है, यहां तक कि महिलाओं को भी परेशान किया जा रहा है।’ इस घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद के गोरक्षा दल के लोग भी मौके पर पहुंच चुके हैं। गोरक्षा दल के इटावा और ओरैया जिले के प्रमुख नमो नारायण अवस्थी ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि हम देख रहे हैं कि पुलिस इस मामले में क्या कर रही है? ओरैया एसपी के अनुसार, कॉन्सटेबल इस्लाम के खिलाफ विभागीय कारवाई शुरु कर दी गई है। “स्थानीय लोगों का कहना है कि कॉन्सटेबल ने ही गोहत्या के आरोपियों को पुलिस रेड के बारे में जानकारी दी थी। हालांकि पुजारियों की हत्या के मामले में उसका कोई रोल नहीं है। यदि हमें उसके खिलाफ कुछ मिलता है तो कारवाई की जाएगी।”

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