मांस की दुकानें बंद कराने से दुकानदारों में डर
नवरात्र के चलते शिव सेना की ओर से मांस की दुकानें जबरन बंद कराए जाने के कारण शहर के मांस विक्रेताओं में डर का माहौल है। नवरात्र पर शहर के कई इलाकों में मांस विके्रता अपनी दुकानें स्वेच्छा से बंद रखते हैं। वहीं जैकबपुरा मीट मार्केट जून में जारी प्रदेश सरकार के आदेश के बाद से ही बंद है। न्यू कालोनी मार्केट में भी पिछले साल की तरह इस साल भी मांस विके्रताओं ने दुकानें नहीं खोली हैं। हालांकि सदर बाजार से सटी जामा मस्जिद के पास की मीट की दुकानें पचास साल में कभी बंद नहीं हुई, लेकिन शनिवार शाम वहां कुछ युवक पहुंचे और खुद को शिव सैनिक बता कर दुकानें बंद करा दीं।
दुकानदारों ने इस बाबत पुलिस में शिकायत की तो वहां पर पुलिस पीसीआर तैनात कर दी गई। कहा जा रहा है कि कुछ स्थानीय संगठनों की ओर से नवरात्र के दौरान मांस की बिक्री न करने की धमकी मिलने के कारण दुकानदार डरे हुए हैं। न्यू कालोनी में चिकन कॉर्नर चलाने वाले रफीक ने बताया कि हम तीन साल से अपनी मर्जी से दुकान बंद रखते हैं। सुन्ना फिश शॉप के संचालक मजीद ने भी बताया कि ग्राहक न मिलने के कारण हम नवरात्र में दुकान बंद रखते हैं। हमें किसी तरह की धमकी नहीं दी गई।
वहीं शिवसेना कार्यकर्ता ऋतुराज ने भी माना कि दुकानदारों ने पहले ले ही दुकानें बंद कर रखी हैं। कुछ जगहों पर उनकी अपील के बाद दुकानें बंद की गर्इं। जामा मस्जिद बाजार में दुकान चलाने वाले मांस विके्रता शाहिद ने कहा कि कुछ लोग आए थे और हमें धमकी दी। हमने इसके बारे में पुलिस को बताया और उसके आश्वासन के बाद ही दुकान खोली।भारतीय हिंदू क्रांति दल (एबीएचकेडी) के महासचिव चेतन शर्मा ने कहा कि उन्होंने नवरात्र के दौरान मांस की बिक्री प्रतिबंधित करने के लिए गुरुग्राम नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारियों को पत्र भेजा था। जैकबपुरा मार्केट पहले से बंद चल रहा है। वहीं एसीपी मनीष सहगल ने कहा कि कोई भी संगठन दुकानदारों को दुकान खोलने से नहीं रोक सकता। अगर दुकानदारों को धमकी दी जाती है तो वे पुलिस की तैनाती की मांग कर सकते हैं। नवरात्र के दौरान दुकान खोलना या बंद रखना, दुकानदार की निजी पसंद है। जिला प्रशासन ने नियम पूरा करने वाले मांस विक्रेताओं को सुरक्षा देने का वादा भी किया है।