…जब इमरान खान ने कहा था पाकिस्तान भारत से निपटने को तैयार, हमारा देश नवाज शरीफ जैसा कायर नहीं
जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान सरकार के खिलाफ खराब शासन और भ्रष्टाचार से निपटने में विफलता के खिलाफ एक नया अभियान शुरू किया था, तब क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने भारत और पीएम मोदी पर एक बड़ा हमला किया था। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर 2016 में लाहौर के बाहरी इलाके में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के पारिवारिक हवेली के पास एक रैली में हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए खान ने कहा था कि पाकिस्तानियों को भारत से किसी भी खतरे के खिलाफ एकजुट रहना होगा। पाकिस्तान भारत से निपटने को तैयार है। हमारा देश नवाज शरीफ जैसा कायर नहीं है।
उन्होंने कहा था कि वह “दो मजबूत संदेश” देना चाहते हैं। एक शरीफ को उनके कथित भ्रष्टाचार पर और दूसरा मोदी को पाकिस्तान के खतरों के बारे में। मोदी को एक “पूर्वाग्रहवादी चरमपंथी” कहते हुए खान ने कहा था, “सबसे पहले, मैं इसे स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं शांति में विश्वास करता हूं, युद्ध में नहीं। युद्ध कहीं भी किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। जब मैं भारत में नरेंद्र मोदी से मिला, तो वह मुझसे सहमत हो गए कि हमें शांति के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। ” खान ने कहा कि, “मोदी ने उन्हें निराश किया और साबित कर दिया कि वह ‘एक पूर्वाग्रहित भारतीय’ हैं, राजनेता नहीं है। मोदी ने भारत और पाकिस्तान दोनों को अपनी राजनीति से निराश किया है।”
भारतीय सैनिकों द्वारा नियंत्रण रेखा में सर्जिकल हमलों के बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव तेजी से बढ़ने के खिलाफ खान ने भारतीय प्रधान मंत्री को चेतावनी दी थी कि “सभी पाकिस्तानी नवाज शरीफ जैसे कायर नहीं हैं”। खान ने मोदी और शरीफ दोनों पर अपने भाषण में हमला किया। कहा था कि, “मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि सभी पाकिस्तानी नवाज शरीफ की तरह पैसे पसंद नहीं करते हैं। मोदी को याद रखना चाहिए कि सभी पाकिस्तानी नवाज शरीफ जैसे डरपोक नहीं हैं और हम जानते हैं कि इस तरह के खतरों का जवाब कैसे दिया जाए।” कश्मीर मुद्दे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा था कि, “कश्मीर में मानव अधिकारों को रौंदा जा रहा है। हम कश्मीरियों को नैतिक रूप से और राजनीतिक रूप से समर्थन देंगे।”