सर्वे: लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हो सकता है 80 सीटों का नुकसान, त्रिशंकु लोकसभा के आसार
देश की राजनीति में इस वक्त चुनावी माहौल बना हुआ है। जहां एक तरफ चार राज्यों में जल्द ही विधानसभा चुनाव हो सकते हैं तो वहीं अगले साल यानी 2019 में लोकसभा चुनाव भी होने जा रहे हैं। बीजेपी और कांग्रेस समेत अन्य पार्टियां इन चुनावों को लेकर तैयारियों में जुटी हुई हैं। लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी एक बार फिर पूर्ण बहुमत हासिल करने की योजना में है तो वहीं कांग्रेस बाकी दलों के साथ मिलकर मिशन 2019 की तैयारियां कर रही है। खबरें आ रही है कि लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस अन्य पार्टियों के साथ मिलकर महागठबंधन कर चुनावी दंगल में उतरेगी।
लोकसभा चुनाव होने में तो अभी समय है, लेकिन इन चुनावों को लेकर जनता का क्या मूड है, इस पर सर्वे किया गया है। एबीपी न्यूज के मुताबिक कार्वी इनसाइट्स-इंडिया टुडे के सर्वे में यह कहा गया है कि बीजेपी इस बार यानी 2019 के चुनाव में अकेले अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाएगी। इसके साथ ही सर्वे में त्रिशंकु लोकसभा बनने का आसार जताया गया है।
कार्वी इनसाइट्स-इंडिया टुडे के सर्वे के मुताबिक अगर इस वक्त लोकसभा चुनाव होते हैं तो एनडीए को 281 सीटें और यूपीए को 122 सीटें मिल सकती हैं। वहीं बीजेपी को करीब 80 सीटों का नुकसान हो सकता है। बीजेपी 245 सीटों पर और कांग्रेस 83 सीटों पर कब्जा कर सकती है। वहीं अगर करीब 10 महीने के वक्त के बाद यानी 2019 में लोकसभा चुनाव होंगे तो सर्वे के मुताबिक एनडीए को 255 सीटें और यूपीए को 242 सीटें मिल सकती हैं। वहीं अन्य के हिस्से में 46 सीटें जा सकती हैं। वहीं बीजेपी को 196 सीटें मिल सकती हैं और कांग्रेस 97 सीटों पर ही सिमटती दिख रही है। इसके अलावा अगर वोट शेयरिंग प्रतिशत को लेकर बात की जाए तो अगर अभी चुनाव होते हैं तो एनडीए 36 फीसदी वोट शेयरिंग हासिल कर सकती है तो वहीं यूपीए के हिस्से में 31 फीसदी और अन्य के हिस्से में 33 फीसदी वोट शेयर जाते दिख रहे हैं।
कार्वी इनसाइट्स-इंडिया टुडे के सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री पद के लिए भी लोगों का ओपिनियन लिया गया। 49 फीसदी लोगों के लिए पीएम की पहली पसंद नरेंद्र मोदी हैं, तो वहीं 27 फीसदी लोगों की पहली पसंद राहुल गांधी हैं। वहीं पीएम पद के लिए मोदी के बेहतर विकल्प को लेकर भी सर्वे किया गया, जिसमें 46 फीसदी लोग राहुल गांधी को मोदी का बेहतर विकल्प मानते हैं तो 8 फीसदी लोग ममता बनर्जी को और 4 फीसदी लोग अखिलेश यादव को। बता दें कि सर्वे के मुताबिक इस बार किसी भी पार्टी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। भारत के चुनावी इतिहास में तीस साल बाद 2014 में किसी एक पार्टी की बहुमत की सरकार बनी थी।