राफेल डील पर कांग्रेस आक्रामक, 100 शहरों में 50 नेता करेंगे प्रेस कांफ्रेंस
कांग्रेस लगातार ही राफेल डील को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार पर हमला कर रही है। संसद में राफेल डील के मामले को उठाने के बाद राहुल गांधी सोशल मीडिया के जरिए भी पीएम मोदी पर कई बार निशाना साधते रहे और अपने कई संबोधनों में भी इस डील को लेकर बीजेपी को घेरते रहे। अब कांग्रेस ने राफेल डील पर आक्रामक रुख अपना लिया है। कांग्रेस के कुछ नेता इस डील को लेकर जल्द ही देश के कई जिलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और जनता को इसकी जानकारी देंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं की एक टीम बनाई है, जो राफेल डील के मामले पर जगह-जगह प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। इस टीम को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयपाल रेड्डी लीड करेंगे। इसके अलावा यह खबर भी सामने आ रही है कि कांग्रेस के करीब 50 नेता देश के 100 शहरों में आने वाले दिनों में राफेल डील को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
इसके साथ ही कांग्रेस के नेता इस डील को लेकर जनांदोलन शुरू करने की योजना में हैं। शनिवार को राहुल गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस नेताओं एक बैठक हुई, जिसमें यह फैसला लिया गया कि पार्टी सभी जिला एवं प्रांतीय मुख्यालयों में धरना देगी। मीटिंग के बाद पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार राफेल डील पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है, राफेल में भ्रष्टाचार हुआ और चौकीदार खुद भागीदार बन गया, इसी मामले की बैठक में चर्चा की गई।
न केवल कांग्रेस के द्वारा बल्कि बीजेपी के ही वरिष्ठ नेताओं के द्वारा राफेल डील को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राफेल डील को लेकर पीएम मोदी की सरकार पर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी सरकार ने राफेल लड़ाकू विमान खरीद सौदे से जुड़े तथ्यों को न केवल छुपाया है बल्कि आनन-फानन में डील के लिए जरूरी प्रकियाओं में भी बदलाव किया है और तय मानकों का उल्लंघन किया है। सिन्हा और शौरी ने कहा कि राफेल डील में सीधे तौर पर एक बड़ा घोटाला हुआ है जो देश की सुरक्षा से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि दस्तावेज में सारी बातें बताती हैं कि इस मामले में बड़ा घोटाला हुआ है, बड़े पैमाने पर पद का दुरुपयोग किया है और आपराधिक हरकतें अंजाम दी गई हैं।