गले लगाने से पहले पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने नवजोत सिंह सिद्धू से कही यह बात
कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू सुर्खियों में हैं। कारण- पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से उनका गले मिलना है। दोस्त, पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में सिद्धू-बाजवा की बात भी हुई थी। देश में कई जगह सिद्धू की इसे लेकर आलोचना हुई। कांग्रेसी नेता ने पाक जाने और वहां के सेना प्रमुख से गले मिलने को लेकर एक चैनल से बात की। उन्होंने बताया कि बाजवा ने शांति की बात पर बल दिया था।
शनिवार (18 अगस्त) को खान ने पीएम पद की शपथ ली। कार्यक्रम के लिए उन्होंने क्रिकेट के दिनों के अपने साथी (भारतीय) को निमंत्रण भेजा, जिसमें सुनील गावस्कर, कपिल देव और सिद्धू के नाम थे। इन तीनों में केवल सिद्धू ही इस्लामाबाद पहुंचे, जहां कार्यक्रम में बाजवा से उनकी मुलाकात हुई। दोनों एक दूसरे के गले मिले, उससे पहले बाजवा ने सिद्धू से कुछ कहा था।
कांग्रेसी नेता के मुताबिक, “पहली पंक्ति में बैठे मेहमानों को पाकिस्तान की तीनों सेनाओं के प्रमुखों से मिलावाया जाना था। तभी वहां के सेना प्रमुख बाजवा मेरे पास आए। हम दोनों के बीच हल्की-फुल्की बाचतीत हुई।” वह बोले थे, “मैं जनरल हूं, जो क्रिकेटर बनना चाहता था।” आगे गंभीर विषयों पर आते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि हम (पाक) शांति चाहते हैं।
बाजवा ने अपने स्तर पर यह भी कहा कि इस्लामाबाद अगले साल गुरु नानक देव की 500वीं जयंती पर करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए कॉरिडोर खोल देगा। सिद्धू ने इस पर जवाब दिया, “यह सपना सच होने जैसा है।” चैनल से सिद्धू यह भी बोले, “मैं हमेशा सकारात्मक सोच रखता हूं। मैं उस नीले महासागर में तैरना चाहता हूं, जहां सबके लिए जगह हो। लेकिन ज्यातर मुझे लाल सागर ही दिखाई देता है।”