2019 चुनाव डेटा से लड़ेगी बीजेपी, हर राज्य में बन रहा ”वार रूम”
भाजपा में चोटी के नेताओं ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। इसके तहत पार्टी देश के सभी राज्यों में चुनावी रणनीति तैयार करने के लिए ‘वार रूम’ स्थापित कर रही है। खास बात यह है कि इनमें से अधिकतर वार रूम तैयार कर लिए गए हैं और ये काम भी कर रहे हैं। ये जानकारी पार्टी की रणनीति से परिचित भाजपा के तीन नेताओं ने दी है। रणनीति के तहत हर राज्य की राजधानी में ‘स्टेट कॉन्टैक्ट सेंटर्स’ नाम से वार रूम बनाए गए हैं जो किसी क्षेत्र विशेष के डेटा इकट्ठा कर केंद्रीय वार रूम को भेजेंगे, जो भाजपा के पुराने हेडक्वार्टर 11 अशोका रोड में है। नाम ना छापने की शर्त पर भाजपा के ही एक नेता ने बताया कि सभी राज्यों के वार रूम अलग-अलग पैमाने पर काम करेंगे। इन वार रूम को सभी तरह की सुविधाओं से परिपूर्ण किया गया है। सभी 500 शक्ति केंद्रों (दो से तीन बूथों का समूहों) पर एक कॉलिंग एजेंट होगा। जहां तीन डेटा एंट्री ऑपरेटर और एक सुपरवाइजर तैनात होगा। हिंदुस्तान टाइम्स के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक वार रूम में काम करने वाले हर स्टॉफ के लिए तीन बाई तीन का वर्कस्टेशन बनाया गया है। जिनमें लैपटॉप, कलर प्रिंटर और दस एमबीपीएस स्पीड के इंटरनेट की सुविधा की गई है। इसके अलावा एक ट्रेनिंग रूम में भी बनाया गया है। सभी कर्मचारियों को इन तक पहुंचने के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली से होकर गुजरना होगा।
एक अन्य भाजपा नेता ने बताया कि ये वार रूम मतदाताओं के डेटाबेस तैयार करेंगे और स्पेशल रूप से डिजाइन किए गए कैंपेन में इसे साझा करेंगे। इसके अलावा ईमेल और सोशल मीडिया के जरिए डेटाबेस की तारीख सहित इसे सीनियर नेताओं संग साझा करेंगे। भाजपा नेता के मुताबिक वार रूम के पीछे का आइडिया तीन गुना बड़ा है। मामले में भाजपा शासित राज्यों में से एक के मुख्यमंत्री ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा कि 15 अगस्त से पहले तक इन वार रूम को तैयार किया जाना था। जैसे चुनाव करीब आएंगे इसका आकार और बढ़ेगा। भाजपा के तीसरे नेता ने कहा कि लोकसभा चुनावों के अलावा इन सुविधाओं का इस्तेमाल मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में भी किया जाएगा।
बता दें कि साल 2014 में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में करीब 55 करोड़ लोगों ने 9,30,000 पोलिंग स्टेशन पर जाकर वोट डाला था। 10 लाख से ज्यादा लोगों ने पोस्टल बैलट्स के जरिए मतदान किया। तब अपने दम पर सरकार बनाने वाली भाजपा को 17 करोड़ से ज्यादा वोट मिले जबकि कांग्रेस 10.7 करोड़ वोट हासिल कर सकी। जानकारी के मुताबिक अभी 300 लोगों के स्टाफ के साथ केंद्रीय वार रूम ने काम करना शुरू कर दिया है। ये सभी लोग अगले लोकसभा चुनाव को देखते हुए हर दिशा में पार्टी के पक्ष में प्रचार के लिए जुटे हैं।