नीरव मोदी ब्रिटेन में ही है, इंटरपोल की पुष्टि के बाद प्रत्यर्पण की मांग
भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी ब्रिटेन में है। इंटरपोल ने इसकी पुष्टि कर दी है। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि इसके बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उसके प्रत्यर्पण की मांग की है। मोदी 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में वांछित है। सीबीआई के एक अधिकारी के मुताबिक, ब्रिटिश प्रशासन ने एक ई-मेल के माध्यम से रविवार को नीरव मोदी की देश में मौजूदगी की पुष्टि की है। यह पुष्टि जांच एजेंसी द्वारा इंटरपोल को मोदी के खिलाफ जारी किए गए डिफ्यूजन नोटिस के आधार पर की गई है।
अधिकारी ने यह भी कहा कि सीबीआई ने सोमवार को गृह मंत्रालय को प्रत्यर्पण का एक अनुरोध भेजा है। उन्होंने कहा, “गृह मंत्रालय से उसके प्रत्यर्पण अनुरोध को विदेश मंत्रालय और मंत्रालय के माध्यम से ब्रिटिश प्रशासन को भेजने का भी अनुरोध किया गया है। इससे पहले दो अगस्त को विदेश राज्य मंत्री वी.के. सिंह ने संसद को सूचित किया था कि सरकार ने नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन को अनुरोध भेज दिया है। वहीं इंटरपोल ने दो जुलाई को नीरव मोदी के खिलाफ धन शोधन के आरोपों के तहत रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। धन शोधन के आरोप प्रवर्तन निदेशालय द्वारा लगाए गए हैं।
नीरव मोदी के चलते ही केंद्र सरकार ने वीते सप्ताह ही इलाहाबाद बैंक की पूर्व प्रबंध निदेशक उषा अनंतसुब्रमण्यम को सेवानिवृत्ति के दिन बर्खास्त कर दिया। आधिकारिक अधिसूचना से यह जानकारी मिली है। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी द्वारा कथित रूप से किए गए 14,000 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा अनंतसुब्रमण्यम के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने के बाद उनसे इलाहाबाद बैंक के एमडी के सारे अधिकार छीन लिए गए थे, लेकिन वे बैंक की कर्मचारी बनी हुई थीं।
अनंतसुब्रमण्यम इलाहाबाद बैंक में जाने से पहले साल 2015 के अगस्त से 2017 के मई तक पीएनबी की मुख्य कार्यकारी थी। इससे पहले वे 2011 के जुलाई से 2013 के नवंबर तक पीएनबी में कार्यकारी निदेशक के पद पर थीं।