पाकिस्तान सेना प्रमुख से गले मिलने पर सिद्धू की मुश्किलें बढ़ीं, देशद्रोह का मुकदमा दर्ज
क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाना भारी पड़ गया है। उनके खिलाफ पाक सेना प्रमुख को गले लगाने के कारण देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया गया है। बिहार के मुजफ्फरपुर में वकील सुधीर ओझा ने सीजेएम अदालत में सिद्धू के खिलाफ यह केस दर्ज कराया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान सेना प्रमुख को गले लगाकर पंजाब के नेता सिद्धू ने भारतीय सेना का अपमान किया है।
सुधीर ओझा इससे पहले भी कई राजनेताओं और जानी-मानी हस्थियों के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहे हैं। ओझा ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के खिलाफ भी परिवाद दायर किया था। उन्होंने साल 2007 में आई बाढ़ के दौरान लालू द्वारा बिना अनुमति के एनएच-28 पर मनियारी थाने के भुजंगी चौक के पास हेलीकॉप्टर उतारने के मामले में परिवाद किया था। ओझा ने मैगी से संबंधित एक मामले में नेस्ले के दो अधिकारी, मैगी के विज्ञापन में नजर आ चुके बिग बी अमिताभ बच्चन, प्रीति जिंटा और माधुरी दीक्षित के खिलाफ भी याचिका दायर की थी।
आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए 18 अगस्त को पाकिस्तान गए थे। जहां वह पाक सेना प्रमुख बाजवा से गले भी मिले थे। बाजवा से गले मिलने के कारण सिद्धू की जमकर आलोचना की जा रही है। पंजाब समेत देश के कई हिस्सों में उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी अपने मंत्रिमंडल के सहयोगी सिद्धू के इस कृत्य को गलत करार दिया है।
कैप्टन ने शनिवार को चंडीगढ़ में मीडिया से कहा, ‘मुझे लगता है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख के लिए उन्होंने जो स्नेह दिखाया, वह उनके लिए गलत था।’ इसके अलावा सिद्धू के पाकिस्तान जाने के मामले को कैप्टन ने कांग्रेस और पंजाब सरकार से अलग करते हुए कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर वहां गए थे। वहीं सिद्धू ने भी इस मामले में पाकिस्तान से लौटकर सफाई दी है। उनका कहना है, ‘अगर कोई (बाजवा) आकर मुझसे मिलता है और कहता है कि हम लोग एक ही संस्कृति से ताल्लुक रखते हैं और मुझसे कहता है कि ऐतिहासिक गुरुद्वारा करतारपुर साहिब का रास्ता गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर खोल दिया जाएगा, तो ऐसे में मुझे और क्या करना चाहिए?’
सिद्धू इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के प्रमुख मसूद खान के बगल वाली सीट पर बैठे थे। इसे लेकर भी उनकी जमकर आलोचना की जा रही है। इस मामले में सिद्धू ने सफाई देते हुए कहा, ‘अगर आपको कहीं सम्मान स्वरूप अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया जाता है तो आप वहीं बैठते हो जहां आपको कहा जाता है। मैं कहीं और बैठ सकता था, लेकिन उन्होंने मुझे वहां बैठने के लिए कहा।’