केरल में बाढ़ के पानी में 12वीं का सर्टिफिकेट खराब हो जाने पर एक छात्र ने फांसी पर झूल कर ली खुदकुशी
केरल के कोझिकोड जिले के करंथुर में एक छात्र ने सोमवार (20 अगस्त) को कथित तौर पर बाढ़ के पानी में 12वीं का सर्टिफिकेट खराब हो जाने पर खुदकुशी कर ली। पुलिस के मुताबिक छात्र स्कूल सर्टिफेट के नष्ट हो जाने का सदमा सहन नहीं कर सका और घर में ही फांसी पर झूल गया। पीटीआई के खबर के मुताबिक मूसलाधार बारिश के चलते घर में पानी भर जाने पर परिवार तीन दिनों से एक राहत शिविर में रह रहा था। 19 वर्षीय कैलाश भी अपने माता-पिता के साथ राहत शिविर में रुका था। घरवालों के मुताबिक कैलाश को इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (आईटीआई) में प्रवेश मिल गया था। उसने नए कपड़े खरीदे थे और आगे की पढ़ाई के लिए कुछ पैसे भी बचाकर रखे थे। रविवार को बारिश थमने पर कैलाश घर लौटा तो 12वीं के सर्टिफिकेट के गल चुके चिथड़े बाढ़ के पानी में देखकर सदमा खा गया।
कुन्नामंगलम पुलिस थाने से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि रविवार को पानी कम होने पर माता-पिता घर साफ करने आए तब छात्र की आत्महत्या की बात सामने आई। पुलिस के मुताबिक छात्र का शव फांसी पर लटका मिला था। पुलिस के मुताबिक पेशे से मजदूर पिता को अपने बेटे के भविष्य से ही एक आस लगी थी क्योंकि बारिश में ज्यादातर साजो-सामान नष्ट हो गया था।
बारिश और बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित अलप्पुझा जिले के चेंगनूर में एक महिला ने रोते हुए बताया कि उसने अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड और सभी पहचान पत्र खो दिए। उसने दुख बयां करते हुए बताया, ”मेरा सारा सामान, मेरे आधार और राशन कार्ड और पहचान पत्र चले गए, केवल मैं बच गई। मेरे रिश्तेदारों को भी नहीं पता है कि मैं बच गई हूं।” केरल में अब तक भारी बारिश और बाढ़ के कारण 210 लोगों की मौत हो चुकी हैं और 7.14 लाख लोगों ने राहत शिविरों की राह ली है।