दिग्विजय सिंह ने पसंदीदा युवा नेताओं का लिया नाम, राहुल गांधी, सचिन पायलट या ज्योतिरादित्य सिंधिया नहीं ये हैं वे 6 नेता
कांग्रेस के कद्दावर नेता और दो बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके दिग्विजय सिंह ने हाल ही में ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने सरकार की नीतियों का विरोध करने वाले छह नेताओं का जिक्र किया। दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में इन नेताओं को युवाओं के बीच आकर्षण का केन्द्र बताया है। दिग्विजय सिंह ने इन नेताओं से देश को बड़ी उम्मीदें होने की भी बात कही है। लेकिन गौर करने वाली बात ये भी है कि अपने ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने न तो राहुल गांधी का जिक्र किया और न ही ज्योतिरादित्य सिंधिया या फिर सचिन पायलट का नाम लिया।
जिग्नेश मेवानी, हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर, डॉ हीरा अलावा, चन्द्रशेखर रावण और कन्हैया कुमार युवकों में आज कल आकर्षण के केन्द्र हैं। देश को इन युवकों से काफ़ी उम्मीदें हैं। https://t.co/mBQiHa8PWW
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 20, 2018
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा,” जिग्नेश मेवानी, हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर, डॉ हीरा अलावा, चन्द्रशेखर रावण और कन्हैया कुमार युवकों में आज कल आकर्षण के केन्द्र हैं। देश को इन युवकों से काफ़ी उम्मीदें हैं।” दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में जिन नेताओं का जिक्र किया है, वह सरकार की नीतियों के धुर विरोधी माने जाते हैं। इस ट्वीट में सिर्फ एक कांग्रेसी नेता का जिक्र किया गया है, वह गुजरात के कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर हैं।
अल्पेश के अलावा गुजरात से ही निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी, पाटीदार अनामत आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल, मध्य प्रदेश के धार के निवासी नई दिल्ली स्थित एम्स के पूर्व सीनियर रेजीडेंट और आदिवासी नेता डॉ. हीरा लाल अलावा, पश्चिमी यूपी के बड़े दलित नेता चंद्रशेखर रावण और नई दिल्ली के जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार का नाम दिग्विजय सिंह के ट्वीट में शामिल है।
ये सभी वह युवा नेता हैं, जिन्होंने अलग-अलग मौकों पर भाजपा विरोध का झंडा बुलंद किया है। लेकिन इन सभी के बीच दिग्विजय सिंह ने अपनी पार्टी के कई नेताओं का जिक्र नहीं किया है। वैसे बता दें कि जल्द ही देश के तीन बड़े भाजपा शासित राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। लेकिन दिग्विजय सिंह ने इन राज्यों में कांग्रेस का युवा चेहरा माने जाने वाले नेताओं को छोड़ दिया है।