सीएम योगी आदित्यनाथ के बाद मौलाना का संदेश, कुर्बानी देते वक्त इन बातों का ध्यान रखने की दी हिदायत
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने आगामी ईद-उल-अज़हा (बकरीद) के पर्व पर कानून-व्यवस्था के सम्बन्ध में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के पर्याप्त प्रबन्ध सुनिश्चित कर लिए जाएं। उन्होंने हर स्तर पर त्योहार को शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराने, सुरक्षा प्रबन्ध चाक-चौबन्द रखने तथा असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगाह रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परम्परा के विपरीत किसी भी कार्य की मंजूरी ना दी जाए। सीएम योगी की तर्ज पर अब मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी त्योहार के दिन एहतियात बरतने की अपील की है।
लखनऊ के मौलाना राशिद फिरंगी महली ने मुस्लिमों से अपील करते हुए कहा है कि कुर्बानी के वक्त सफाई का खासतौर पर ध्यान रखा जाए। राशिद फिरंगी ने आगे कहा कि कर्बानी के वक्त इस बात का ध्यान रखा जाए कि जानवरों का खून नालियों में ना बहे और उनके अवशेष सड़कों पर ना फेंके जाए। मौलाना ने कहा, ‘जिस जानवर पर पाबंदी है उसकी कुर्बनी ना करें। जानवरों की खालों का सदका करें। गरीबों में मांस जरुर भेजा जाए, ये मजहबी हुक्म भी है। गलियों या सड़कों पर कुर्बानी ना करें। कुर्बानी के वक्त जानवर की तस्वीर ना खींचें। इसके अलावा कुर्बानी के वक्त सफाई का भी खासा ख्याल रखें।’
बता दें कि पूर्व में सीएम योगी ने अपने सरकारी आवास पर ईद-उल-अज़हा त्योहार के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फेंस के जरिए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा था कि वर्तमान में श्रावण मास चल रहा है, जिसमें कांवड़ियों द्वारा कांवड़ यात्रा की जा रही है। ईद-उल-अज़हा के मद्देनजर सतर्क दृष्टि रखी जाए, ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे। उन्होंने संवेदनशील जनपदों एवं स्थानों को ध्यान में रखते हुए पूर्व तैयारी एवं कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
योगी ने कहा कि बकरीद के अवसर पर सभी जनपदों में गैर-परम्परागत रूप से खुले स्थानों पर विशेषकर मिश्रित आबादी वाले या धर्मस्थलों के निकट किसी भी प्रकार के विवाद की आशंकाओं को हर हाल में रोका जाए। जहां विवाद की आशंका हो, वहां पर पहले से पुलिस पिकेट, गश्त आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित ना हो