नरेंद्र दाभोलकर हत्‍याकांड मे पकड़ा गया शिवसेना का पूर्व पार्षद, गोली मारने वालों में शामिल होने का आरोप


अंधविश्वास के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के मामले में शिवसेना के पूर्व पार्षद श्रीकांत पंगारकर को गिरफ्तार किया गया है। पंगारकर जालना नगर पालिका का पूर्व पार्षद है। 9 अगस्त से 11 अगस्त के बीच राज्य के कई स्थानों में देसी बम बरामद होने के बाद रविवार को महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने पंगारकर को गिरफ्तार किया था। एटीएस अधिकारी ने जानकारी दी कि पंगारकर को विस्फोटक पदार्थ और गैर कानूनी गतिविधि अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।

पंगारकर के अलावा बम और हथियार बरामद होने के मामले में तीन अन्य व्यक्ति शरद कालसकर, सुधानवा गोंधलेकर और वैभव राउत को पुणे और पालघर से 10 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। तीनों को 28 अगस्त तक के लिए एटीएस की कस्टडी में भेज दिया गया है। जालना नगर पालिका के पूर्व पार्षद पंगारकर को सीबीआई ने सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के मामले में हिरासत में ले लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीआई ने शनिवार की रात पुणे से औरंगाबाद के सचिन अंदुरे को हिरासत में लिया था, पूछताछ के दौरान अंदुरे ने पंगारकर का नाम लिया था। अंदुरे ने सीबीआई को जानकारी दी थी कि दाभोलकर की हत्या के समय पंगारकर भी उसके साथ था। अंदुरे को 26 अगस्त तक एजेंसी की कस्टडी में भेज दिया गया है।

सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि 20 अगस्त 2013 में पुणे में सामाजिक कार्यकर्ता दाभोलकर को गोली मारने वालों में से एक पंगारकर भी था। रिपोर्ट्स के मुताबिक दाभोलकर को अंदुरे ने गोली मारी थी और बाइक में उसके पीछे पंगारकर भी बैठा था। आपको बता दें कि 10 अगस्त को एटीएस की गिरफ्त में आए कालसकर, सुधानवा और वैभव राउत ने पूछताछ के दौरान बताया था कि महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बम रखने की साजिश में शिवसेना का पूर्व पार्षद पंगारकर भी शामिल था। इसके अलावा तीनों में से एक आरोपी ने दाभोलकर की हत्या के मामले में अंदुरे का नाम लिया था, जिसके बाद अंदुरे को गिरफ्तार किया गया। अंदुरे ने पूछताछ के दौरान जानकारी दी कि दाभोलकर की हत्या के दौरान पंगारकर उसके साथ मौजूद था।

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