जम्मू-कश्मीर में ईद की नमाज पढ़ लौट रहे पुलिसकर्मी को आतंकियों ने किया गोलियों से छलनी
जम्मू और कश्मीर में आतंकियों ने ईद उल अजहा की नमाज अदा करके लौट रहे पुलिसकर्मी की हत्या कर दी। शहीद पुलिसकर्मी की पहचान 34 साल के फैयाज अहमद शाह के तौर पर हुई है। फैयाज ईद के कारण अवकाश पर थे और बिना हथियार लिए नमाज अदा करने गए थे। आतंकियों की गोलियों से छलनी हुए फैयाज अहमद शाह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। फैयाज अहमद शाह, कुलगाम जिले के जाजरीपोरा के रहने वाले थे। शाह के घर में मां और पत्नी के अलावा दो छोटे बच्चे भी हैं। इन बच्चों की उम्र अभी सिर्फ 5 और 2 साल है। पुलिस ने घटना के बाद मामला दर्ज कर लिया है। आतंकियों की तलाश में सर्च आॅपरेशन चलाया जा रहा है।
#Visuals from Zazripora in Kulgam where terrorists have shot dead a police personnel outside an eidgah. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/2H4CIxRrU3
— ANI (@ANI) August 22, 2018
Kulgam: Wreath laying ceremony of Constable Fayaz Ahmed Shah who was shot dead by terrorists outside an eidgah in Zazripora today. Police has registered a case and investigation has started. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/o8TYMELNQB
— ANI (@ANI) August 22, 2018
समाचार एजेंसी एएनआई को एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मी फैयाज अहमद शाह तलवाड़ा में भर्ती का प्रशिक्षण ले रहे थे और परिवार के साथ ईद मनाने घर आए हुए थे। तिरंगे में लिपटे फयाज के शव को कई सीनियर पुलिस अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी है। वहीं पूरे कश्मीर में ईद के मौके को आतंकियों ने खूंरेज बनाने से गुरेज नहीं किया। शोपियां जिले में आतंकियों ने पूर्व सैनिक शकूर अहमद पैरी का अपहरण कर लिया। वहीं, आतंकियों ने बीजेपी कार्यकर्ता शब्बीर अहमद बट की भी पुलवामा जिले में गोली मार कर हत्या कर दी।
इससे पहले भी ईद-उल-फितर के दौरान छुट्टी पर आए सेना के जवान औरंगजेब की आतंकियों ने अगवा करने के बाद हत्या कर दी थी। उनका शव ईद से ठीक पहले 14 जून को बरामद किया गया था। आतंकियों ने बीते दिनों पुलिस कांस्टेबल जावेद अहमद डार को भी कुलगाम से अगवा कर लिया था। बाद में उनका शव कुलगाम के परिवान इलाके में मिला था। राजधानी श्रीनगर और अनंतनाग में भी प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंडे लहराए। पत्थरबाजों ने बकरीद की नमाज के दौरान ईदगाहों में शांति व सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात सुरक्षा कर्मियों पर भी हमला किया।