विदेशी पर्यटकों को लेकर वाराणसी पहुंचा जहाज
विदेशी पर्यटकों को लेकर क्रूज राजमहल बुधवार को वाराणसी पहुंचा। यह क्रूज राजघाट स्थित खिड़किया घाट के जेटी में रुका है। विदेशी पर्यटक सड़क मार्ग के जरिए सारनाथ घूमने गए। गंगा में रुके क्रूज को देखने के लिए स्थानीय लोगों का तांता लग गया।
असम बंगाल नेविगेशन के क्रूज एबीएन राजमहल के प्रबंधक रोमित कश्यप ने बुधवार को बताया कि गंगा नदी में पर्यटन के लिए विदेशी पर्यटकों ने 24 दिन के पैकेज की ऑनलाइन बुकिंग कराई है। यह क्रूज 2 अगस्त को कोलकाता से चला था और फरक्का व पटना होते हुए बुधवार की सुबह वाराणसी के राजघाट पुल के निकट खिड़किया घाट डेक के सामने रुका। इसके रुकते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। क्रूज में कोलकाता से 17 और पटना से छह विदेशी पर्यटक सवार हुए हैं।
इनमें 21 ब्रिटिश, एक फ्रांसीसी और एक अमेरिकन पर्यटक है। टूर पैकेज प्रति व्यक्ति 1050 डालर (36000 हजार रुपए) हैं। उन्होंने बताया कि गंगा में रुके क्रूज के सभी विदेशी पर्यटक सड़क मार्ग से सारनाथ गए। उन्होंने सारनाथ में बौद्ध उपदेश स्थल, प्राचीन पुरावशेष संग्रहालय, अशोक की लाट, धमेख स्तूप के अवलोकन किए और बौद्ध मंदिर गए। इस दौरान विदेशी पर्यटकों ने पत्रकारों को बताया कि क्रूज का सफर रोमांचक है। गंगा किनारे सैकड़ों गांव और वहां के लोगों के बारे में जानकारी हासिल की। विदेशी पर्यटकों ने कहा कि उन्हें सारनाथ आकर शांति मिली।
गाइड अजय सिंह ने विदेशी पर्यटकों को काशी के महत्त्व व पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी दी। क्रूज के प्रबंधक रोमित ने बताया कि गुरुवार को सभी पर्यटक चुनार जाएंगे और शाम को रामनगर लौटे आएंगे। रात को गंगा घाट की आरती देखेंगे। इसके बाद शुक्रवार की भोर में रोमांचकारी पर्यटन के लिए क्रूज राजमहल वापस कोलकाता के लिए रवाना हो जाएगा।