सोनिया गांधी ने मोदी सरकार के मंत्री को कहा शुक्रिया, यह है वजह
सरकार बदलने के साथ ही कई संसदीय क्षेत्रों में होने वाले विकास कार्य भी प्रभावित हो जाते हैं। ऐसा ही कुछ हाल है अमेठी और रायबरेली संसदीय क्षेत्रों का। ऐसे आरोप हैं कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से यहां प्रस्तावित विकास कार्य या तो बंद कर दिए गए हैं, या फिर वे बेहद धीमी गति से चल रहे हैं। बता दें कि ये हाई प्रोफाइल सीटें कांग्रेस के लिए बेहद अहम हैं, क्योंकि अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और रायबरेली से यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी सांसद हैं। हालांकि अब खबर आयी है कि सोनिया गांधी ने केन्द्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को एक थैंक्यू नोट भेजा है।
दरअसल इकॉनोमिक टाइम्स की एक खबर के अऩुसार, सोनिया गांधी ने इस साल मार्च में नितिन गडकरी को पत्र लिखकर मांग की थी कि उनके संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाले नेशनल हाइवे-330ए को चौड़ा किया जाए। श्रीमति गांधी ने नितिन गडकरी को लिखे पत्र में रातापुर इलाके कि 47 किलोमीटर लंबे हाइवे को चौड़ा कर चार लेन का कराने की मांग की थी, जिससे अयोध्या-फैजाबाद नेशनल हाइवे पर सफर करने वाले लोगों को इसका फायदा मिलेगा। सोनिया गांधी ने नेशनल हाइवे-232, नेशनल हाइवे-232ए को भी चौड़ा करने की मांग की थी। अब बीती 20 जुलाई को केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर बताया कि उन्होंने गांधी की मांग पर गौर किया है और टेक्निकल टीम को इसकी संभावनाओं पर विचार करने को कहा है। जिसके बाद सोनिया गांधी ने नितिन गडकरी को धन्यवाद पत्र भेजा है।
सोनिया गांधी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को भी पत्र लिखा है और AIIMS, रायबरेली के धीमे विकास कार्यों पर केन्द्रीय मंत्री का ध्यान आकर्षित कराया है। सोनिया गांधी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को भी रायबरेली में बाढ़ प्रभावित इलाकों से संबंधित मुद्दों पर भी पत्र लिखा था। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की संसदीय सीट अमेठी में भी विकास कार्यों की गति ठीक नहीं है।कांग्रेस के आरोपों के मुताबिक, कांग्रेस कार्यकाल में घोषित किया गया NATRIP सेंटर और एक हिंदुस्तान पेपर मिल्स का प्रोजेक्ट अमेठी से महाराष्ट्र स्थानांतरित कर दिया गया है।