बीजेपी बैठक की रिकॉर्डिंग करने लगी महिला सांसद, भड़के पीएम ने डिलीट करवाया वीडियो
हाल ही में भाजपा नेतृत्व ने पार्टी सांसदों के साथ एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में करीब 250 सांसद मौजूद रहे, जिनमें लोकसभा के साथ-साथ राज्यसभा के सांसद भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर बैठे थे और उनके साथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, लालकृष्ण आडवाणी आदि गणमान्य लोग बैठे हुए थे। तभी पीएम मोदी की नजर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से सांसद प्रियंका रावत पर पड़ी, जो कि इस बैठक की रिकॉर्डिंग करने में जुटी थीं। इस बात से पीएम मोदी नाराज हो गए और उन्होंने सांसद से तुरंत रिकॉर्डिंग बंद कर मोबाइल फोन स्विच ऑफ करने को कहा।
हालांकि पीएम मोदी इसके बावजूद भी संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने भाजपा सांसद के फोन से रिकॉर्डिंग को डिलीट करने को कहा। इतना ही नहीं रिकॉर्डिंग डिलीट हुई है कि नहीं, इसकी जिम्मेदारी पार्टी कार्यकारिणी के एक सदस्य को दी गई, जिन्होंने खुद देखकर यह सुनिश्चित किया कि फोन में बैठक से संबंधित कोई रिकॉर्डिंग तो नहीं बची है। बता दें कि 2019 लोकसभा का चुनाव कुछ ही महीने दूर है। ऐसे में भाजपा ने चुनाव के लिए रणनीति बनानी शुरु कर दी है। पार्टी सांसदों की बैठक भी उसी तैयारी का हिस्सा मानी जा रही है। चूंकि हाल के समय में भाजपा और पीएम मोदी की लोकप्रियता में थोड़ी सी कमी आयी है, यही वजह है कि पार्टी लोकसभा चुनावों को लेकर अब पहले के मुकाबले ज्यादा सचेत हो गई है। भाजपा अब रणनीतिक तौर पर भी अपनी किलेबंदी को मजूबत करना चाहती है और इसके लिए पूरी गोपनियता बरत रही है, ताकि विपक्षी पार्टियां इसकी काट ना खोज सकें।
माना जा रहा है कि इसी वजह से पीएम मोदी ने भाजपा सांसद प्रियंका रावत के फोन से बैठक की रिकॉर्डिंग डिलीट करायी है। बता दें कि भाजपा सांसद प्रियंका रावत इससे पहले भी सुर्खियां बटोर चुकी हैं। दरअसल दिसंबर, 2017 में बाराबंकी से भाजपा सांसद प्रियंका रावत एक ट्रेनी आईएएस अधिकारी को धमकाते हुए कैमरों में कैद हुईं थी। इस वीडियो में भाजपा सांसद आईएएस अधिकारी को यह कहते हुए सुनाई दीं कि मैं बाराबंकी में तुम्हारा जीना मुश्किल कर दूंगी, यदि मेरे कार्यकर्ताओं को कोई परेशानी हुई तो। इस वीडियो के सामने आने के बाद भाजपा सांसद को काफी आलोचना भी झेलनी पड़ी थी।