‘BJP के सांसदों ने कभी अपनी शक्ल दिखाई…कांग्रेस को वोट देना बेकार है’- 2019 के लिए केजरीवाल ने दिल्लीवालों से की अपील
साल 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार (27 अगस्त) को किए अपने ट्वीट में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जनता से अपील की है। उन्होंने आगामी चुनावों में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार को जनता के हितों के लिए संघर्ष करने वाली पार्टी करार दिया। जबकि दिल्ली में मुख्य विरोधी मानी जाने वाली कांग्रेस को उन्होंने वोटकटवा पार्टी कहकर खारिज कर दिया।
अपने ट्विटर हैंडल से जारी विज्ञप्ति में आम आदमी पार्टी ने कहा कि साल 2014 में दिल्ली की जनता ने 7 सांसद चुनकर भाजपा को दिए थे। जबकि साल 2015 में दिल्ली ने फिर से सीएम अरविंद केजरीवाल को वापस सत्ता में आने का मौका दिया था। पार्टी ने सवाल किया है कि दोनों में से जनता के लिए ज्यादा काम किसने किया है? सीएम अरविंद केजरीवाल ने या फिर दिल्ली के 7 सांसदों ने?
“दिल्ली के विकास के लिए आम आदमी पार्टी के हाथ मज़बूत कीजिए। आम आदमी पार्टी मज़बूत होगी तो आप मज़बूत होंगे”- @ArvindKejriwal pic.twitter.com/HMplulDPUV
— AAP (@AamAadmiParty) August 27, 2018
रिलीज में कहा गया है कि केजरीवाल ने बिजली सस्ती की। पानी मुफ्त किया। सरकारी स्कूल की हालत सुधारी। प्राइवेट स्कूलों में फीस नहीं बढ़ने दी। बढ़िया मोहल्ला क्लीनिक बनाए। इसके अलावा दवा और इलाज की भी मुफ्त व्यवस्था की गई। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि इन सभी सांसदों ने न तो कभी क्षेत्र में अपनी शक्ल दिखाई और न ही कभी जनता के हितों के लिए काम किया। बल्कि अपने फेवर वाले एलजी से कहकर काम में अड़ंगा भी लगावाया।
दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी की सबसी बड़ी विरोधी मानी जाने वाली कांग्रेस को भी इस विज्ञप्ति में खारिज किया गया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि कांग्रेस को वोट देना बेकार है। पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के उम्मीदवारों की जमानत ही जब्त हो गई थी। कांग्रेस सिर्फ आम आदमी पार्टी के वोट काटने का काम करती है। कांग्रेस को वोट देकर आप भारतीय जनता पार्टी की ही मदद करने वाले हैं।
बता दें कि हाल ही में जब 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए महागठबंधन की चर्चा शुरू हुई थी। उस वक्त भी सीएम अरविंद केजरीवाल ने इसमें शामिल होने की इच्छा जताई थी। लेकिन मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद जब बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव ने जब दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया। तो केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेता राहुल गांधी के आने से पहले ही चले गए। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच इन मतभेदों के कारण ही दोनों पार्टियों के नेता आए दिन एक दूसरे पर वार-पलटवार करते रहते हैं।