सिक्योरिटी गार्ड ने 16 वर्षीय एक नाबालिग लड़की को एक महीने तक बंधक बना कर किया बलात्कार
मीडीया रिपोर्ट क अनुसार गुरुग्राम में एक सिक्योरिटी गार्ड द्वारा 16 वर्षीय एक नाबालिग लड़की को एक महीने तक बंधक बना कर उससे बलात्कार करने का मामला आया है। एक सिक्योरिटी गार्ड ने उसे एक कमरे में बंधक बना कर रखा था वह उसे रोज ड्रग्स देता था उसका रेप करता था और फिर ड्रग्स देकर उसे कमरे में बंद कर देता था। दिल दहला देने वाली ये घटना हरियाणा के गुरुग्राम की है। इतना ही नहीं वह उसे रोज पीटता भी था ताकि वह वहां से निकलने की हिम्मत ना कर सके। लेकिन उसके एक गलती के चलते वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
पीड़िता के माता-पिता ने पुलिस को बताया कि वे बंगाल के रहने वाले हैं और यहां पालम विहार की हाउसिंग सोसाइटी में रहते हैं। वे बताते हैं कि आरोपी से उनकी जान-पहचान थी। पीड़िता वहां पास में किसी के घर नौकरानी का काम करती थी जबकि उसी घर में आरोपी सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था। परिवार ने बताया कि गुरुग्राम में कई साल रहने के बाद ये वापस बंगाल चले गए थे।
25 वर्षीय आरोपी मोहम्मद आलम मंजर जो उस परिवार को अच्छे से जानता था वह 13 मई को उनके गांव बंगाल गया। वह वहां उस लड़की को गुरुग्राम में नौकरी दिलाने के लिए उसे लाने गया था। उसके माता पिता ने अपनी बेटी को उसके साथ भेज दिया।
वे दोनों ट्रेन से दिल्ली पहुंचे जहां न्यू पालम विहार में मंजर ने एक कमरा किराए पर लिया। इसी जगह पर वह नाबालिग को बंधक बना कर रखा। पुलिस को दिए अपने बयान में पीड़िता ने बताया कि जब वह गुरुग्राम पहुंची तो मंजर ने उससे उसका फोन छीन लिया और उसे नशीला पदार्थ मिला हुआ कोल्डड्रिंक पिला दिया। उसे ड्रग्स भी दिया इसके बाद कई बार उसके साथ रेप किया फिर उसे दोबारा ड्रग्स दे दिया।
मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि आरोपी ने ऐसा उसके साथ लगभग एक महीने तक किया। मूलरूप से बिहार के किशनगंज का रहने वाला मंजर अपने काम के बाद रोज उस कमरे में जाता था उसे खाने के साथ ड्रग्स देता था और उसके साथ रेप करता था। इसके बाद वह उसे दोबारा ड्रग्स देकर वहां बंद करके अपने घर चला आता था। वह कमरे से निकलने के बाद उसे पीटता था ताकि वह चाहकर भी वहां से निकलने की कोशिश ना कर सके, इसके बाद वह बाहर से कमरे का ताला लगा लगा कर वहां से चला आता था।
22 अगस्त को मंजर कमरे का दरवाजा बंद करना भूल गया। इसी क्षण का फायदा उठाते हुए पीड़िता ने वहां से भाग निकलने का फैसला किया। वहां से निकलकर उसने सबसे पहले अपने माता-पिता से संपर्क किया जो संयोग से उस समय गुरुग्राम में ही थे। वे अपनी बेटी से मिलने के लिए ही वहां आए थे और उसे ढूंढ़ रहे थे।
जब पीड़िता ने उन्हें अपनी कहानी बताई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने पुलिस में मामला दर्ज कराया। पूरी जानकारी मिलने के बाद पॉक्सो एक्ट और आईपीसी की धारा 323 और 344 के तहत आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने शुक्रवार को मंजर को उसके घर से ही गिरफ्तार कर लिया। जांच अधिकारी मुकेश कुमारी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि मंजर अपनी पत्नी को झूठ बोलता था कि वह एक्स्ट्रा काम करता है इस कारण से उसे घर आने में देरी हो जाती है।