एक्टर पर हिंदुओं की भावनाएं भड़काने का केस, तिलमिलाए अभिनेता बोले- सवाल करता हूं इसलिए हिंदू विरोधी छवि बनाने की कोशिश
फिल्म अभिनेता प्रकाश राज पर हिंदू समुदाय की भावनाएं आहत करने का आरोप में केस दर्ज कराया गया है। इस पर प्रकाश राज भड़क गए हैं और उन्होंने ट्वीट कर इस पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी। प्रकाश राज ने कहा कि “तुम…निराश, गंदे, ओछे और झूठे लोग….तुम इस तरह के झूठे मुकदमे दर्ज कराकर मेरी छवि हिंदू विरोधी बनाना चाहते हो, क्योंकि मैं सवाल पूछने की हिम्मत करता हूं इसलिए….तुम जो घृणा पैदा करते हो, उसे शांत करने की कोशिश करता हूं। कब तक तुम ये नफरत और झूठ की राजनीति करोगे। कायरों और कोशिश करो!” बता दें कि प्रकाश राज के खिलाफ ताजा मुकदमा बेंगलुरु के एक वकील ने स्थानीय कोर्ट में दर्ज कराया है। दरअसल वकील किरन एन ने बीती 8 मई को बेंगलुरु के हनुमंतानगर पुलिस स्टेशन में अभिनेता के खिलाफ हिंदुओं की भावनाएं आहत करने के आरोप में एफआईआर दर्ज करायी थी, लेकिन इस पर पुलिस ने कोई कारवाई नहीं की।
अपनी शिकायत में वकील किरन एन ने कहा है कि प्रकाश राज ने अपने बयान से हिंदुओं की धार्मिक भावनाओँ को जानबूझकर आहत किया है। शिकायत में कहा गया है कि प्रकाश राज ने गाय और उसके गोबर को लेकर गलत बयानबाजी की थी और इसका मजाक उड़ाया था। प्रकाश राज ने गाय के गोबर और गोमूत्र की तुलना वॉशिंग एजेंट्स से की थी, जिसका उद्देश्य हिंदुवादी लोगों की धार्मिक मान्यताओं की बेइज्जती करना था।
बता दें कि एक कार्यक्रम के दौरान प्रकाश राज ने कहा था कि “क्या आप गाय के बारे में नहीं जानते हैं। आप गोमूत्र के बारे में जानते हैं। यदि आप अपने कपड़े धोना चाहते हैं तो आपको 1 किलो गाय का गोबर और 2 लीटर गोमूत्र चाहिए। आपको फिर इसे मिलाना होगा और फिर इससे अपने हाथ और कपड़े धोएं। ऐसा इसलिए, क्योंकि गोमूत्र के अलावा आपको कुछ और जानने की जरुरत नहीं है।” उल्लेखनीय है कि प्रकाश राज इससे पहले पीएम मोदी के खिलाफ बयानबाजी करके भी मुसीबतों में घिर चुके हैं। दरअसल पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद प्रकाश राज ने अपने एक बयान में गौरी लंकेश की हत्या पर खुश होने वाले लोगों को पीएम मोदी द्वारा सोशल मीडिया पर फॉलो करने के मुद्दे पर बयान दिया था। इसके साथ ही प्रकाश राज ने पीएम मोदी को खुद से अच्छा अभिनेता बताया था। प्रकाश राज के इन बयानों के चलते उनके खिलाफ लखनऊ में एफआईआर दर्ज करायी गई थी।