शिवपाल यादव ने बनाया ‘समाजवादी सेक्युलर मोर्चा’, हाशिए पर चल रहे नेताओं को दी जाएगी तरजीह
समाजवादी पार्टी (सपा) में हाशिए पर चल रहे शिवपाल यादव ने बुधवार (29 अगस्त) को समाजवादी सेक्युरल मोर्चा बना लिया। उन्होंने मोर्चे के गठन पर कहा है, “सपा में हाशिए पर ढकेले गए नेताओं और बाकी छोटे दलों को इससे जोड़ने काम होगा।” हालांकि, अभी उन्होंने सपा से अपना नाता नहीं तोड़ा है और न ही उस बारे में कोई ऐलान किया है।
शिवपाल बोले, “मैंने समाजवादी सेक्युलर मोर्चे का गठन किया है। सपा में जिस किसी का भी सम्मान नहीं हो रहा है, उन लोगों को हमारे साथ आ जाना चाहिए। हम अपने साथ छोटे राजनीतिक दलों को भी साथ लेकर चलेंगे।” यह पूछे जाने पर कि क्या आप सपा के खिलाफ काम करेंगे? उन्होंने बताया कि यह आने वाला समय ही बताएगा।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने की बात पर उन्होंने एक चैनल से कहा कि यह सिर्फ अफवाह है। उनका कहना है कि सपा में नेता जी (मुलायम सिंह यादव) की इज्जत न होने से वह दुखी हैं। पार्टी में उसी तरह से कुछ और नेताओं को भी उपेक्षित रखा गया है। बकौल शिवपाल, “मुझे भी पार्टी की किसी बैठक में नहीं बुलाया जाता है। ऐसे में सभी उपेक्षित दलों और नेताओं के लिए समाजवादी सेक्युरल मोर्चा प्रदेश में नया राजनीतिक विकल्प होगा।”
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मुलायम के बेटे अखिलेश यादव के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद से शिवपाल हाशिए पर चल रहे हैं। साल 2017 में प्रदेश के विस चुनाव के नतीजे आने से पहले ही इस मोर्चे को बनाने का ऐलान किया था। उन्होंने ताजा घटनाक्रम पर एक अन्य टीवी चैनल से कहा, “मुझे जब भी बुलाया गया, तो मैं दावत में शरीक हुआ। पर जब नहीं बुलाया जा रहा है, तब नहीं जा रहा हूं।”
मोर्चे के गठन का ऐलान करने से पहले सोमवार (27 अगस्त) को वह मुलायम से लोहिया ट्रस्ट में मिले थे। दोनों के बीच कई मसलों पर काफी देर तक बातचीत हुई थी। सूत्रों के मुताबिक, इस मोर्चे को लेकर भी दोनों में विचार-विमर्श हुआ था। अगले दिन (28 अगस्त) शिवपाल की बीजेपी की सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर से मुलाकात हुई थी।