लोकसभा चुनाव 2019: जेल जाने से पहले PM चुनने का फॉर्मूला दे गए लालू यादव
बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाले से जुड़े एक मामले में दोषी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार की तरह कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं करनी चाहिए। गुरुवार (30 अगस्त) को झारखंड के रांची स्थित सीबीआई कोर्ट में सरेंडर करने से पहले बुधवार (29 अगस्त) को अर्से बाद लालू ने मीडिया के सवालों के जवाब दिए। इस मौके पर लालू ने 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों को सलाह दी कि चुनाव से पहले वे किली पीएम कैंडिडेट का चेहरा घोषित न कर मुद्दों पर एकजुटता दिखाकर चुनाव लड़ें। लालू ने मीडिया से कहा कि सभी नेता जब एक साथ बैठकर बात करेंगे को पांच मिनट में प्रधानमंत्री उम्मीदवार का नाम तय हो जाएगा। लालू ने कहा कि विपक्षी दलों को यह बात करनी होगी कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जो वादे किए थे, वास्तव में जनता तक उनका कितना लाभ पहुंचा।
लालू ने संभावना जताई कि आने वाले दिनों में ‘मोदी हटाओ अभियान’ में ज्यादा से ज्यादा पार्टियां शामिल होंगी। हालांकि लालू ने उन संभावित पार्टियों के नामों का खुलासा नहीं किया। उन्होंने कहा कि फिलहाल दलों से बात हो रही है और वक्त आने पर पता चल जाएगा कि कौन उनके साथ है। लालू ने कहा कि मोदी के खिलाफ सभी दल मुद्दों को लेकर एकजुट हों। उन्होंने कहा कि संविधान को बचाने और दलितों-पिछड़ों के अधिकारों की आवाज उठाने वाले दल बीजेपी के खिलाफ एकजुट दिखेंगे। लालू ने बीजेपी का साथ देने वालों को फांसीवादी और आपातकाल लगाने के तरीकों को समर्थक बताया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सवाल पर लालू ने कहा कि जो आरएसएस मुक्त भारत की बात करते थे और कहते थे कि मिट्टी में मिल जाएंगे लेकिन बीजेपी में नहीं जाएंगे, उनके साथ समझौता नहीं होगा। लालू ने कहा कि मोदी और अमित शाह नीतीश कुमार को कहीं का नहीं छोड़ेंगे। बता दें कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने अपने दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में कहा था कि राज्यों की क्षेत्रीय दलों की एकजुटता मोदी सरकार को हटाने का रास्ता साफ करेगी और प्रधानमंत्री उम्मीदवार का फैसला चुनाव के बाद होना चाहिए।