मुहर्रम की तैयारियों के लिए बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा ने मांगे 50 करोड़ रुपये
तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा (बीजेपीएमएम) ने बुधवार (29 अगस्त) को राज्य सरकार से आग्रह किया कि 2018 मुहर्रम की तैयारियों और सभी अशूरखानों के नवीनीकरण के लिए वह 50 करोड़ रुपये जारी करे। तेलंगाना के चारमीनार स्थित अशूरखाने शिया मुस्लिमों के शोक स्थानों के तौर पर जाने जाते हैं। बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रवक्ता मीर फिरासत अली बाकरी ने मीडिया को बताया कि आने वाले मुहर्रम की तैयारियों के लिए कम से कम एक महीने पहले समीक्षा बैठक आयोजित करने के लिए प्रस्ताव पेश किए गए हैं, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ है। बाकरी ने कहा, ”मामले को हैदराबाद जिला कलेक्टर, उपमुख्यमंत्री मोहम्मद महमूद अली और गृहमंत्री नायानी नरसिम्हा रेड्डी के साथ उठाया गया, दुर्भाग्यवश इस पर कुछ भी नहीं हुआ है।” अब बीजेपीएमएम ने मुख्यमंत्री से अनुदान जारी करने के लिए कहा है। अली बाकरी ने कहा कि वन विभाग समेत सभी विभागों के अधिकारियों की बैठकें इस समय तक हो जानी चाहिए थीं लेकिन शिया समुदाय के मामलों को लेकर वे गंभीर नहीं लग रहे।
उन्होंने तेलंगाना स्टेट वक्फ बोर्ड (टीएसडब्ल्यूबी) अध्यक्ष, सीईओ और के द्वारा शिकायतों को गंभीरतापूर्वक नहीं लेने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा, ”अशूरखानों के अनुदान का दुरुपयोग किया गया है या फिर वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है, हम इसमें सीबीआई या सीआईडी जांच चाहते हैं।” इंटरनेट से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस्लामी कैलेंडर के अनुसार मुहर्रम हिजरी सन का पहला महीना होता है। इस्लामी वर्ष के चार पवित्र महीनों में यह महीना भी शुमार माना जाता है। अल्लाह के रसूल हजरत मुहम्मद (सल्ल.) ने इसे अल्लाह का महीना बताया था और इस महीने में रोजा रखने की खास अहमियत बयान की थी।