गुरुग्राम में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या मामले में अब तक पुलिस को नही मिला कोई ठोस सुराग


गुरुग्राम के पटौदी के वृजपुरा गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले में पुलिस को 24 घंटे बाद भी कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। पुलिस मौका स्थिति के अधार पर घटना की कड़ियां जोड़ते हुए हत्यारों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

मीडीया रिपोर्ट के अनुसार प्राथमिक जांच में मृतक मनीष के परिजन भी शक के दायरे में हैं। इनके अलावा दो बाहरी लोगों की भी पुलिस निगरानी कर रही है। यह वह लोग हैं जो मनीष के परिवार से तो नहीं हैं, लेकिन इनके परिवार से इनके गहरे रिश्ते हैं।

पुलिस के मुताबिक, इनमें से एक युवक बुधवार को परिजनों के साथ पोस्टमार्टम हाउस भी पहुंचा था। लेकिन पुख्ता सबूत नहीं होने की वजह से पुलिस फिलहाल सीधा हाथ डालने से बच रही है। इसकी जगह पर पुलिस की अलग-अलग टीमें अपने तरीके से हर संभावित व्यक्ति को परखने का प्रयास कर रही है। पुलिस के मुताबिक, वृजपुरा गांव में रहने वाले मनीष (26) उसकी पत्नी पिंकी (23) और उसकी मां फूलवती (62) के अलावा उसकी एक साल की बेटी की बुधवार की दोपहर में किसी ने हत्या कर दी थी। फूलवती का शव जहां मकान के गलियारे में पड़ा मिला था तो मनीष का शव एक कमरे में जमीन पर पड़ा था। इसी कमरे में उसकी एक साल की बेटी भी थी। जबकि उसकी पत्नी पिंकी का शव दूसरे कमरे में फांसी पर लटका हुआ था।

अब तक नहीं मिला कोई गवाह 

एक साथ परिवार के चार सदस्यों की हत्या के मामले में एक भी गवाह अब तक पुलिस के सामने नहीं आया है। पुलिस ने अब तक बीस से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए हैं, लेकिन इनमें से सभी ने मामले की जानकारी शाम को सात बजे के बाद मिलने की बात कही है। सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचने वाले मनीष के चचेरे भाई रणबीर ने भी शाम को 6.50 मिनट पर जानकारी होने का दावा किया है। उल्लेखनीय है कि रणबीर ही सबसे पहले मनीष के घर में घुसा था और शोर मचाकर अन्य पड़ोसियों को बुलाया था।

मेडिकल बोर्ड से कराया पोस्टमार्टम

पुलिस के मुताबिक, चारो शवों का पोस्टमार्टम गुरुवार को मेडिकल बोर्ड से कराया गया है। डॉ. दीपक माथुर के नेतृत्व में गठित इस मेडिकल बोर्ड ने दोपहर करीब 12.10 पर पोस्टमार्टम शुरू किया और पौने तीन बजे तक चारों शव परिजनों को सौंप दिए। मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, चारो लोगों की हत्या बेरहमी से पीट कर की गई है। इनके सिर पर किसी धारदार हथियार से भी वार करने के निशान मिले हैं। इस रिपोर्ट में माना गया है कि तीनों की हत्या करीब 24 घंटे पहले यानि बुधवार की दोपहर 12 बजे से दो बजे के बीच हो सकती है।

तीन से अधिक हो सकते हैं हमलावर

पुलिस के मुताबिक, इस वारदात को अंजाम देने वालों की संख्या तीन या इससे भी अधिक हो सकती है। तीनों वारदात एक साथ और एक समय पर अलग-अलग कमरों में हुई है। इससे यह तो निश्चित हो गया है कि कम से कम तीन हमलावर होंगे। चूंकि इस वारदात के दौरान किसी तरह का शोर शराबा नहीं हुआ है, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि चारों लोगों का मुंह बंद कर वारदात को अंजाम दिया गया है। यदि ऐसा हुआ होगा तो हमलावरों की संख्या और ज्यादा हो सकती है।

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