जिस महिला के कत्ल का मुक़दमा पति और ससुरालवालों पर चल रहा है वो जिंदा मिली दूसरे के साथ
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से एक अजब मामला सामने आया है, जिस पर पुलिस महकमे समेत लोगों के भी होश फाख्ता हैं। पुलिस ने एक ऐसी महिला को खोज निकाला है जिसकी हत्या का मुकदमा पति समेत ससुरालवालों पर चल रहा था। बेहद चौंकाने वाले मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब अदालत के कहने पर पुलिस ने मामले में तफ्तीश शुरू की। स्थानीय मीडिया के मुताबिक कई दिनों की मशक्कत के बाद पुलिस को महिला जिंदा मिली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिता हरि प्रसाद ने बेटी रूबी उर्फ खुशबू के पति राहुल, ससुर रामहर्ष और सास बड़की के खिलाफ हत्या करने और उसकी लाश का छिपाने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस के मुताबिक बाराबंकी के गांव सफदरगंज के हरिप्रसाद ने अपनी बेटी रूबी की शादी पास के इलाके चोरही मजरे उधौली में की थी। कोर्ट में हरि प्रसाद ने बताया कि 20 नवंबर 2017 तो जब वह बेटी की ससुराल गया तो वह वहां नहीं मिली। हरि प्रसाद ने आरोप लगाया कि ससुरालवालों ने न सिर्फ बेटी के बारे में जानकारी देने से मना कर दिया, बल्कि उसे मौके से भगा दिया। इससे इस आशंका ने जन्म लिया कि कहीं ससुरालवालों ने बेटी रूबी की हत्या कर लाश को कहीं छिपा तो नहीं दिया।
16 जुलाई 2018 को अदालत ने इस मामले में सफदरगंज पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया। बाराबंकी पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया सफदरगंज के एसओ प्रमोद कुमार सिंह रूबी के बारे में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। सिंह ने तफ्तीश में पाया कि 31 मई 2017 को दूर का रिश्तेदार रामू रूबी से मिलने गया था। रामू यह कहकर रूबी को साथ में ले गया था कि वह उसे उसके मायके में छोड़ देगा। गुरुवार (30 अगस्त) को जब पुलिस ने रूबी को जिंदा पाया तो पूछताछ में चौंकाने वाला सच सामने आया।
पुलिस के मुताबिक रूबी ने बताया कि ससुराल में रहने के दौरान लखीमपुर खीरी के किरयारा के रामू से उसका प्रेम प्रंसग चल रहा था। 31 मई 2017 वह प्रेमी रामू के साथ मायके आ गई थी और फिर 26 अगस्त 2017 को उसके साथ शादी रचाकर दिल्ली में रहने लगी थी। पुलिस के मुताबिक सारी बात पता होते हुए भी हरि प्रसाद ने अपहरण, दहेज, हत्या और शव छिपाने के आरोपों में फर्जी मामला दर्ज कराया था। पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने फर्जी मुकदमा दर्ज करवाने वाले रूबी के पिता हरि प्रसाद के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 182 के तहत मुकदमा दर्ज करने का आदेश सफदरगंज पुलिस को दिया है।