सुप्रीम कोर्ट जज ने सुनवाई के दौरान दी चेतावनी: उन्हें प्रभावित करने की कोशिश ना करें, अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें किया था फोन
मीडीया रिपोर्ट के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यदि कोर्ट के किसी जज को किसी व्यक्ति द्वारा प्रभावित करने की कोशिश की गई तो उक्त व्यक्ति के खिलाफ कोर्ट की अवमानना का केस चलाया जाएगा। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी ऐसे वक्त में की है, जब सुप्रीम कोर्ट की जज इंदिरा बनर्जी ने एक ओपन कोर्ट में इस बात का खुलासा किया है कि “एक मौजूदा कॉरपोरेट केस में उन्हें प्रभावित करने की कोशिश की गई।” जस्टिस बनर्जी ने यह बात एक होटल विवाद से संबंधित केस की सुनवाई के दौरान कही। इससे पहले उन्होंने कुछ वकीलों को यह बात बतायी थी। हालांकि जस्टिस बनर्जी ने गुरुवार को केस की सुनवाई इस बात का खुलासा किया।
जस्टिस बनर्जी इस वक्त जस्टिस अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली एक बेंच का हिस्सा हैं। इस घटना के खुलासे के बाद जस्टिस अरुण मिश्रा ने कोर्ट को बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें (जस्टिस इंदिरा बनर्जी) फोन किया और उन्हें प्रभावित करने की कोशिश की। उल्लेखनीय है कि फोन आने के बाद जस्टिस इंदिरा बनर्जी ने जस्टिस अरुण मिश्रा से बातचीत करते हुए खुद को इस केस से अलग करने की बात कही थी। हालांकि जस्टिस अरुण मिश्रा ने उन्हें ऐसा ना करने की सलाह दी थी।
एक वरिष्ठ वकील ने भी इस घटना की पुष्टि की है और बताया कि जिस व्यक्ति ने जस्टिस बनर्जी को फोन कर प्रभावित करने की कोशिश की, जस्टिस बनर्जी उसका नाम और उसकी पहचान के बारे में कुछ नहीं जानती हैं। जस्टिस अरुण मिश्रा द्वारा जस्टिस बनर्जी को केस से ना हटने की सलाह का भी इन वरिष्ठ वकील ने समर्थन किया और कहा कि इससे गलत संदेश जाता और साथ ही इस तरह के लोगों का हौंसला भी बढ़ जाता। बता दें कि जस्टिस बनर्जी को हाल ही में प्रमोट कर सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया है।