बीजेपी के विरोध में नारा लगाने पर तमिलनाडु में गिरफ्तार कर ली गई एक छात्रा, 15 दिन की कस्टडी
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विरोध में नारा लगाने पर तमिलनाडु के तूतीकोरिन में एक छात्रा गिरफ्तार कर ली गई। एयरपोर्ट परिसर के भीतर वह ‘फासीवादी बीजेपी सरकार डाउन-डाउन’ के नारे लगा रही थी, जिसके बाद तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष तमिलिसई सुंदरराजन ने उसके खिलाफ शिकायत दी। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसे 15 दिनों की न्यायिक हिरासत के लिए भेज दिया।
28 वर्षीय लोइस सोफिया कनाडा में पढ़ती हैं। सोमवार (तीन सितंबर) को वह वहां से घर आ रही थीं। घटना के दौरान उनके माता-पिता भी साथ थे, जो चेन्नई एयरपोर्ट पर उन्हें लेने आए थे। इन लोगों ने इसके बाद यहां से तूतीकोरिन के लिए फ्लाइट ली। पूरा मामला फ्लाइट लैंड होने के बाद का है। घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है। तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष ने सोफिया द्वारा पार्टी के खिलाफ नारेबाजी करने पर आपत्ति जताई थी। वह बोले थे, “तुम इस तरह से कैसे चिल्ला सकती हो?”
मीडीया रिपोर्ट के अनुसार एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “तमिलिसई की ओर से एयरपोर्ट पुलिस को शिकायत दी गई थी। सोफिया को उसी के आधार पर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।” वहीं, सोफिया के वकील ई.अथिसाया कुमार ने कहा, “उन्हें गिरफ्तार कर 15 दिन के न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पेट दर्द की शिकायत के चलते बाद में उनको अस्पताल ले जाया गया था।”
उधर, एक अन्य पुलिस अधिकारी का कहना है कि यह मामला तमिलिसई की शिकायत पर तूतीकोरिन स्थित ऑल वीमेन पुलिस स्टेशन ने संभाला। बकौल अधिकारी, “भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 505, 290 और तमिलनाडु सिटी पुलिस एक्ट की धारा 75 के तहत मामला दर्ज किया गया।”
छात्रा के पिता डॉक्टर ए.ए.सामी सेवानिवृत्त सरकारी डॉक्टर हैं। उन्होंने बताया, “पत्नी माधुरी और मैं बेटी को चेन्नई एयरपोर्ट लेने पहुंचे थे। वहां से तूतीकोरिन पहुंचने पर उसने बीजेपी नेता को देखा और नारेबाजी करने लगी। हम जैसे ही टर्मिनल की ओर बढ़े, तभी करीब 10 लोग आए और बेटी को घेर लिया। वे उससे गलत तरीके से बात कर रहे थे। उन्होंने उसे जान से मारने की धमकियां भी दीं। आगे एयरपोर्ट पुलिस ने मदद की और हमें सही-सलामत एक कमरे में ले जाया गया।”
छात्रा के 65 वर्षीय पिता ने दावा किया, “घटना के बाद तमिलिसई ने शिकायत दी थी। यह बात हमें पुलिस से ही पता लगी थी। उन्होंने हमें पुलिस थाने बुलाया था और वादा किया था कि वहां से जमानत मिल जाएगी। लेकिन कुछ लोगों के फोन पुलिस के पास पहुंचने के कारण वे बेटी को जेल में डालना चाहते हैं।”