बीएचयू में लाठीचार्ज पर बोले अखिलेश: आवाज उठाने की आजादी भी छिन गई, यूजर बोले- आपके समय ‘राम राज्य’ था?
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में आंदोलनरत छात्राओं पर लाठीचार्ज करने की निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया ट्विटर पर लिखा है, “नारी रक्षा व गरिमा की बात करने वालों ने BHU में छात्राओं व प्रेस पर लाठी चार्ज कर साबित कर दिया है कि अब आवाज़ उठाने की आज़ादी भी छिन गयी है।” उनके इस ट्वीट पर यूजर्स आपस में ही भिड़ गए। कुछ ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्हें ट्रोल किया है तो कुछ यूजर्स को दूसरे यूजर्स ने ही निशाने पर लिया है। एक यूजर ने लिखा है, “केवल यादव भाइयो को ज्यादा तकलीफ है मोदी और योगी से।” इसके जवाब में दूसरे यूजर ने लिखा है, “जब तुम्हारी बहन बेटी पर भी डंडे पड़ेगे तब पता चलेगी किसे ज्यादा तकलीफ होती है।”
एक अन्य यूजर ने लिखा है, “सर बोल तो ऐसे रहे हैं कि आपके समय राम राज्य था ।” एक अन्य यूजर ने लिखा है कि मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उसने लिखा है, “छेड़छाड़ हुई तो पुलिस के खिलाफ नारे लगाने चाहिए लेकिन सबसे पहले नारे लगे मोदी और योगी के खिलाफ। बात तो सोचने लायक है।” उसे जवाब देते हुए दूसरे यूजर ने लिखा है, “क्यों भाई धरना करना और नारे लगाने का काम क्या सिर्फ स्मृति ईरानी और सुषमा का है क्या बस। क्या इस देश की हर लड़कियों को धरना करने का हक़ नहीं।”